पाकिस्तान जहां एक तरफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर राग अलाप रहा है, वहीं अब उसकी सच्चाई को वहां के लोग खुद बयां कर रहे हैं. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के विधायक रहे बलदेव कुमार ने पाकिस्तान का सच सबके सामने रख दिया है. बलदेव कुमार पाकिस्तान छोड़कर भारत आ चुके हैं. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में लोगों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं.
बलदेव सिंह ने कहा कि वहां अल्पसंख्यकों की हालत काफी खराब है. यहां तक कि मुस्लिमों पर भी अत्याचार हो रहा है. मुस्लिम तक पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं हैं. वहां लोग काफी मुश्किल में जिंदगी जी रहे हैं.
भारत सरकार से अपील
पाकिस्तान के पूर्व विधायक बलदेव सिंह ने कहा कि वहां हिंदू और सिख समुदाय के लोग काफी परेशानी में हैं. उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार पाकिस्तान में सताए जा रहे हिंदू और सिख भाइयों को लाने का कोई रास्ता निकालें. किसी पैकेज का ऐलान करें. क्योंकि लोग वहां टॉर्चर हो रहे हैं. जब मेरे साथ ऐसा हो सकता है तो किसी के साथ भी हो सकता है. मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि मुझे यहां पनाह दी जाए. मैं पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहता हूं.'
कश्मीर पर बताया पाकिस्तान का सच
पाकिस्तान के पूर्व विधायक ने कश्मीर को लेकर भी पाकिस्तान का असली चेहरा सबसे सामने रखा. उन्होंने कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन के पाकिस्तान के आरोपों पर कहा, 'कश्मीर में आर्टिकल 370 पर की बात की जा रही है, इसका मुद्दा उठाया जा रहा है. लेकिन वहां हालात काफी बेहतर हैं. कम से कम हैलिकॉप्टर से फायरिंग तो नहीं की जा रही है. मैंने पाकिस्तान में खुद लोगों की लाशें उठाई हैं.'
लंदन में पीओके के मानवाधिकार एक्टिविस्ट आरिफ अजाकिया ने भी एक वीडियो जारी कर पाकिस्तान आर्मी और सरकार की पोल खोलकर रख दी. उन्होंने कहा,
‘पीओके में काफी हंगामा हो रहा है. काफी दिनों से वहां अजीब सी बेचैनी थी. लेकिन अब वहां पाकिस्तान आर्मी के खिलाफ कई रैलियां निकाली जा रही हैं. वहां पर मीडिया ब्लैकआउट किया गया. वहां पर आर्मी ऑपरेशन शुरू हो चुके हैं. हर तरह का संचार बंद कर दिया गया है.’
पाकिस्तानी फौज ट्विटर पर लड़ रही जंग
आरिफ अजाकिया ने कहा कि कश्मीरी ये सोचते रहे कि पाकिस्तान की फौज उनके लिए कुछ कर रही है. लेकिन उनके लिए कुछ भी नहीं हुआ है. पाकिस्तान आर्मी गाने रिलीज कर रही है, फिल्में रिलीज कर रही है. ट्विटर पर जंग लड़ी जा रही है. आज कश्मीरी सोच रहा है कि कहां जाएं. पीओके एक कंसन्ट्रेशन कैंप की तरह है. पाकिस्तान की तरफ से भारतीय सीमा में घुसने के लिए दस्ते तैयार किए जा रहे हैं. कश्मीरी पाकिस्तान पर भरोसा करने को तैयार नहीं है.
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