पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर हमला बोला है. इस बार इमरान ने कहा है कि आरएसएस की विचारधारा भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच आ रही है. इसी विचारधारा के कारण दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों को लेकर बातचीत नहीं हो पा रही है.
बातचीत का लंबे समय से इंतजार- इमरान
पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने भारत के साथ रिश्ते सुधारने को लेकर कहा कि, हम भारत को ये बता सकते हैं कि हम काफी लंबे समय से एक सभ्य पड़ोसी की तरह बातचीत का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन क्या करें? बातचीत के बीच आरएसएस की विचारधारा आ जाती है.
इमरान खान ने ये बयान सेंट्रल साउथ एशिया कॉन्फ्रेंस के दौरान दिया. ताशकंद में जब इमरान खान से पूछा गया कि, क्या बातचीत और आतंकवाद दोनों एक साथ चल सकते हैं? तो इसके जवाब में उन्होंने आरएसएस का नाम लिया और कहा कि वो तो काफी लंबे समय से बातचीत का इंतजार कर रहे हैं.
तालिबान पर पूछे सवाल को टाल गए इमरान
हालांकि जब उनसे तालिबान को लेकर रिश्ते के बारे में सवाल किया गया तो वो बिना कोई जवाब दिए आगे बढ़ गए. उनके सुरक्षाकर्मियों ने मीडिया को रोक लिया. बता दें कि पाकिस्तान पर आरोप लग रहा है कि वो तालिबान को पीछे से समर्थन दे रहा है.
इमरान खान के आरएसएस को लेकर दिए गए इस बयान का जवाब केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जड़ में ही आतंकवाद है. इमरान खान जानते हैं कि आतंकियों के लिए उनका देश स्वर्ग है. आरएसएस पर आरोप लगाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है, आरएसएस समाज में सद्भाव के लिए काम करता है.
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