कश्मीर में आर्टिकल 370 को खत्म करने और अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद से ही पाकिस्तान की नींद उड़ी है. अब पाकिस्तान की तरफ से खबर आई है कि उसने भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाले ट्रेन समझौता एक्सप्रेस को रद्द कर दिया है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इमरान खान सरकार की तरफ से ये फैसला लिया गया है.
पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस रद्द करने के अलावा एक और फैसला किया है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने सभी भारतीय फिल्मों को बैन करने का फैसला किया है. इमरान खान के ऑफिस से बताया गया है कि अब पाकिस्तान में भारत की कोई भी फिल्म नहीं दिखाई जाएगी.
पाक पहले ही दिखा चुका है बौखलाहट
इससे पहले भारत के कश्मीर पर लिए फैसले के ठीक बाद पाकिस्तान की तरफ से ऐसी ही एक हरकत की गई थी. पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय राजनयिक संबंधों को कमतर करने का फैसला लिया. लेकिन पाकिस्तान यहीं नहीं रुका. उसने कश्मीर मुद्दे को लेकर भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को भी निष्कासित कर दिया था. पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक रिश्ते तोड़ने का फैसला किया.
इमरान खान ने दी थी चेतावनी
कश्मीर पर बौखलाए पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने भारत को एक चेतावनी भी दे डाली थी. इमरान खान ने भारत पर पुलवामा जैसे हमले की चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था-
‘अब वे कश्मीरी लोगों पर और भी सख्ती करेंगे. वे कश्मीरी प्रतिरोध को क्रूरता से दबाने की कोशिश करेंगे. मुझे डर है कि वे स्थानीय आबादी का सफाया करने के लिए कश्मीर में नस्लीय सफाई शुरू कर सकते हैं. इस तरह के माहौल में पुलवामा जैसी घटनाएं फिर से हो सकती हैं. मैं पहले से ही यह अनुमान लगा सकता हूं कि यह होगा. और वे फिर से हम पर दोष लगाने की कोशिश करेंगे.’
जम्मू-कश्मीर में अलर्ट पर सेना
पाकिस्तान की चेतावनी और नापाक हरकतों के बाद जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तानी सीमा पर सेना को अलर्ट पर रखा गया है. घाटी के हर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. भारत सरकार ने कश्मीर पर फैसले से ठीक पहले ही अमरनाथ यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी कर उन्हें जल्द घाटी से लौटने की सलाह दी थी.
समझौता एक्सप्रेस रद्द किए जाने पर भारत की तरफ से अभी तक कोई भी रिएक्शन नहीं आया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)