बिहार में सारण से लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के गांव अमनौर में करीब 50 एंबुलेंस उनके कार्यालय परिसर में खड़ी पाई गई थीं. जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव ने अमनौर पहुंचकर इन एंबुलेंस की वीडियो बनवाई और उसे जनता में जारी किया था.
इस बीच राजीव प्रताप रूडी ने सफाई में कहा था कि एंबुलेंस ड्राईवरों की कमी के चलते खड़ी हुई हैं. उन्होंने पप्पू यादव को एंबुलेंस ले जाकर ड्राइवर उपलब्ध कराने के लिए कहा था.
अब पप्पू यादव ने 40 ड्राइवरों को पेश किया है, जो एंबुलेंस में अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि इन सबका नाम लिखकर सरकार को भेजा जाएगा, ताकि उन्हें नियमित नौकरी दी जाए.
पप्पू यादव ने जारी किया था वीडियो
रूडी के गांव पहुंचकर पप्पू यादव ने एंबुलेंस का वीडियो बनवाया था. उन्होंने उन्होंने वीडियो जारी करते हुए सवाल पूछा था, "बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी जी के अमनौर स्थित कार्यालय परिसर में दर्जनों एंबुलेंस बरामद. सांसद विकास निधि से खरीदा गया एंबुलेंस किसके निर्देश पर यहां छिपाकर रखा गया था. इसकी जांच होनी चाहिए. सारण डीएम, सिविल सर्जन बताएं. बीजेपी जवाब दे."
इसके बाद राजीव प्रताप रूडी की सफाई सामने आई थी. रूडी ने पप्पू यादव पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा था, "पप्पू यादव नहीं जानते कि सारण में 80 एंबुलेंस में से 56 एंबुलेंस कार्यरत हैं. जनता की सेवा में लगे हैं. दुर्भाग्य है कि ड्राइवर के आभाव में कई एंबुलेंस सुरक्षित रखे हैं. पप्पू यादव आप सभी एंबुलेंस ले जाइए और इन्हें ड्राइवर उपलब्ध करवाइए. आप राजनीति मधेपुरा में करिए, सारण की जनता इससे प्रभावित नहीं होती." राजीव प्रताप रूडी की इसी चुनौती के बाद अब पप्पू यादव ने ड्राइवरों को पेश किया था.
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