ADVERTISEMENTREMOVE AD

चिदंबरम ने पूछा था क्या 10 साल में दोगुनी होगी GDP? निर्मला सीतारमण ने दिया जवाब

Nirmala Sitharaman ने बड़ी कंपनियों पर टैक्स घटाने के आरोपों पर याद दिलाया कांग्रेस ने क्या किया था.

Published
भारत
2 min read
छोटा
मध्यम
बड़ा

संसद के शीतकालीन सत्र में बुधवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के सवालों का जवाब दिया. सोमवार को पी चिदंबरम ने सरकार से पूछा था कि साल 1991 के बाद ये ट्रेंड रहा है कि भारत की जीडीपी करीब हर 10 साल में दोगुनी हो जाती है, क्या मोदी के कार्यकाल के 10 साल में दोगुनी होगी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

चिदंबर के इस सवाल पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में 2014-15 से लेकर 2019-20 तक औसतन 6.6 फीसदी की ग्रोथ रही. लेकिन, 2020 में कोविड आ गया और इसको भी ध्यान में रखना चाहिए. हम सब जानते हैं कि सरकार पिछले 2 साल से कैसे कोविड का सामना कर रही है. कोविड की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था पूरे साल निगेटिव रही. सिर्फ भारत की ही नहीं पूरे दुनिया की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा. पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था की स्थिति कोविड की वजह से गिर गई है. जहां, तक बात रही हर 10 साल में भारत की जीडीपी के दोगुन्नी होने की तो हम उसके करीब हैं, अभी 10 साल होने में डेढ़ साल बाकी है.

वहीं, महंगाई के मुद्दे पर वित्त मंत्री ने कहा कि कि सरकार महंगाई पर लगातार नजर बनाये हुए है. देश में जो महंगाई है वो पूरी तरीके से ईंधन और फर्टिलाइजर की कीमतों के चलते है जो विशुद्ध रूप से बाहरी कारण हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि थोक महंगाई दर 21 महीने के निचले लेवल पर आ गया है. नवंबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.88 फीसदी पर आ चुका है.

कॉर्पोरेट टैक्स घटाने पर क्या बोलीं सीतारमण?

वहीं, बड़ी कंपनियों पर टैक्स घटाने के सवाल पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि साल 1994 में कॉर्पोरेट टैक्स 45 फीसदी से 40 फीसदी कर दिया गया था. उसके बाद साल 1997 में तत्कालीन वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम ने सरचार्जेज को खत्म करके कॉर्पोरेट टैक्स 40 से 35 फीसदी कर दिया. फिर साल 2000 में सरचार्जेज लगाने के बाद 36 से 38 फीसदी हो गया. उसके बाद ये अगले 5 साल तक रहा. उसके बाद दोबार तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने साल 2005 में कॉर्पोरेट टैक्स घटाकर सरचार्जेज के साथ 33 फीसदी कर दिया. क्या तब भी कॉर्पोरेट को फायदा पहुंचाया जा रहा था. अगर फायदा नहीं पहुंचाया जा रहा था तो अब भी फायदा नहीं पहुंचाया जा रहा है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×