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लोकसभा के बाद राज्यसभा में PM मोदी-जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा

विपक्षी पार्टियां अडानी ग्रुप से जुड़े विवाद को लेकर ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी जांच की मांग कर रही हैं.

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भारत
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राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुए चर्चा का जवाब देने के लिए पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने लोकसभा के बाद अब राज्यसभा (Rajya Sabha) को संबोधित किया. 8 फरवरी 2023 को पीएम मोदी ने लोकसभा में जमकर विपक्षी पार्टियों और खासकर कांग्रेस पर हमला बोला था. वहीं आज गुरुवार को फिर पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरने की कोशिश की.

पीएम मोदी ने कहा, "पहले परियोजनाएं लटकती, अटकती, भटकती रहती थी.. आज योजना हफ्ते भर में तैयार हो जाती है." पीएम ने अपने भाषण के शुरुआत में कहा कि राष्ट्रपति ने विकसित भारत का एक रोडमैप प्रस्तुत किया है.

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वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्षी सांसद लगातार गौतम अडानी से जोड़ते हुए नारे लगा रहे हैं.

पीएम मोदी ने शायरी पढ़ते हुए कहा,

"माननीय सदस्यों को मैं कहूंगा कि 'कीचड़ उसके पास था मेरे पास गुलाल... जो भी जिसके पास था उसने दिया उछाल'. जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ज्यादा खिलेगा."

भारतीय बिजनेसैमन गौतम अडानी को लेकर अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग ने कई गंभीर आरोप लगाएं हैं, जिसपर विपक्षी पार्टियां सरकार से खासकर पीएम मोदी से सवाल कर रही हैं. विपक्षी पार्टियां अडानी ग्रुप से जुड़े विवाद को लेकर ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी यानी जेपीसी जांच की मांग कर रही हैं.

पीएम मोदी ने संसद में कहा,

यह सदन राज्यों का सदन है बीते दशकों में अनेक बुद्धिजीवियों ने सदन से देश को दिशा दी. सदन में ऐसे लोग भी बैठे हैं जिन्होंने अपने जीवन में कई सिद्धियां प्राप्त की है. सदन में होने वाली बातों को देश गंभीरता से सुनता और लेता है. लेकिन यह दूर्भाग्यपूर्ण है कि सदन में कुछ लोगों का व्यवहार और वाणी न सिर्फ सदन को बल्कि देश को निराश करने वाली है.

60 साल कांग्रेस ने गड्ढे ही गड्ढे किए- पीएम

राज्यसभा में पीएम मोदी ने विपक्ष के भारी हंगामे के बीच भाषण जारी रखते हुए कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा, "60 साल कांग्रेस के परिवार ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए थे. हो सकता है उनका इरादा न हो, लेकिन उन्होंने किए. जब वो गड्ढे खोद रहे थे, 6 दशक बर्बाद कर चुके थे. तब दुनिया के छोटे-छोटे देश भी सफलता के शिखरों को छू रहे थे."

मल्लिकार्जुन खड़गे पर पीएम मोदी का कटाक्ष

पीएम मोदी ने मल्लिकार्जुन खड़गे का जिक्र करते हुए कहा,

आपके राज्य में कर्नाटक में 1 करोड़ 70 लाख जनधन खाते खुले हैं. इतना ही नहीं उन्हीं के इलाके कलबुर्गी में 8 लाख से ज्यादा जनधन खाते खुले हैं. अब बताइए इतने बैंक के खाते खुल जाएं, लोग इतने जागरुक हो जाएं. और किसी का इतने सालों बाद खाता बंद हो जाए, तो उनकी पीड़ा मैं समझ सकता हूं. उनका बार बार दर्द झलकता है. कभी-कभी ये तक कह देते हैं कि दलित को हरा दिया. जनता जनार्दन है, उसने उसी इलाके में दूसरे दलित को जिता दिया. वहां की जनता ने आपका खाता बंद कर दिया आप रोना यहां रो रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा, "विकास की गति क्या है, नीयत क्या है, दिशा क्या है, परिणाम क्या है... यह बहुत मायने रखता है. हम जनता की प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं के आधार पर मेहनत और परिश्रम कर रहे हैं. दिन-रात खुद को खपाना पड़ेगा तो खपाएंगे, लेकिन देश की आशाओं को चोट नहीं पहुंचने देंगे."

9 साल में 48 करोड़ जन धन बैंक खाते खोले- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने भाषण में बताया कि पिछले 9 साल में 48 करोड़ जन धन बैंक खाते खोले गए हैं. पीएम ने आगे कहा,

उन्होंने (कांग्रेस) बैंकों का एकीकरण इस इरादे से किया था कि गरीबों को बैंकों का अधिकार मिले, लेकिन इस देश के आधे से अधिक लोग बैंक के दरवाजे तक नहीं पहुंच पाए थे. हमने स्थायी हल निकालते हुए जन-धन बैंक खाते खोले. इसके जरिए देश के गांव तक प्रगति को ले जाने का काम हुआ है.

हमने लोगों को उनके भाग्य पर नहीं छोड़ा- पीएम मोदी

पीएम मोदी बोले, "आधुनिक भारत के निर्माण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, स्केल और स्पीड का महत्व हम समझते हैं. जब देश के नागरिकों का विश्वास बनता है तो वो लाखों-करोड़ों लोगों के सामर्थ्य में बदल जाता है. हमने लोगों को उनके भाग्य पर नहीं छोड़ा. हमने देश का आने वाला कल उज्ज्वल बनाने का रास्ता अपनाया."

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"कांग्रेस अपनी साजिशों से बाज नहीं आ रही"- PM मदी

पीएम मोदी ने कहा, "हम देश को विकास का एक ऐसा मॉडल दे रहे हैं जिसमें हित धारकों को उसके सभी अधिकार मिलें. देश बार-बार कांग्रेस को नकार रहा है लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस अपनी साजिशों से बाज नहीं आ रही है. जनता न केवल उनको देख रही है बल्कि सजा भी दे रही है. हम एक ऐसी कार्य संस्कृति को लेकर आए हैं जो देश में मेरा-तेरा, अपना-पराया जैसे सभी भेदों को मिटाने वाली है. यह तुष्टिकरण की आशंकाओं को समाप्त कर देता है."

आदिवासियों के लिए कांग्रेस ने नहीं किया काम- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आदिवासियों के बहाने कांग्रेस को घेरते हुए कहा, "देश की आजादी की लड़ाई में हमारे आदिवासियों का योगदान स्वर्णिम पृष्ठों से भरा हुआ है. लेकिन दशकों तक हमारे आदिवासी विकास से वंचित रहे और विश्वास का सेतु तो कभी बन ही नहीं पाया." PM मोदी ने कहा,

अगर कांग्रेस ने आदिवासियों के कल्याण के प्रति समर्पण भाव से काम किया होता तो हमको इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती. यह अटल जी की ही सरकार थी जिसमें पहली बार आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बना था.

पीएम मोदी ने कहा, "110 ऐसे आकांक्षी जिले जहां बहुल संख्या आदिवासी की है उन्हें योजनाओं का सीधा लाभ मिला है. यहां के शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया गया. बजट में शेड्यूल ट्राइब कंपोनेंट फंड के तहत 2014 के पहले की तुलना में 5 गुना अधिक वृद्धि हुई है."

नेहरू सरनेम रखने से क्या शर्मिंदगी है : पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, "जवाहरलाल नेहरू की पीढ़ी का व्यक्ति अपने नाम में नेहरू सरनेम क्यों नहीं जोड़ता, आखिर क्या शर्मिंदगी है?" पीएम मोदी ने कहा कि ये देश किसी परिवार की जागीर नहीं है.

बता दें कि मंगलवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गौतम अडानी को लेकर पीएम मोदी से कई सवाल पूछे थें. राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में पीएम मोदी पर गौतम अडानी के व्यापारिक साम्राज्य को बढ़ाने में मदद करने का आरोप लगाया था.

राहुल गांधी के सवालों के एक दिन बाद लोकसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने अडानी पर जवाब तो नहीं दिया लेकिन यूपीए के 10 साल के शासन पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि 2004 से 2014 घोटालों का दशक रहा लेकिन भारत में अब एक स्थिर और निर्णायक सरकार है. जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना गर्व की बात थी लेकिन कुछ लोग इससे चिढ़ गए.

PM मोदी के भाषण पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि "PM ने एक भी जवाब नहीं दिया. उनके भाषण से सच्चाई दिखती है. अगर(अडानी) मित्र नहीं है तो उनको(PM) कहना चाहिए था कि जांच कराएंगे. शैल कंपनी, बेनामी पैसा घूम रहा है उस पर प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा. इससे साफ है कि PM उनकी रक्षा कर रहे हैं."ग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि "PM ने एक भी जवाब नहीं दिया. उनके भाषण से सच्चाई दिखती है. अगर(अडानी) मित्र नहीं है तो उनको(PM) कहना चाहिए था कि जांच कराएंगे. शैल कंपनी, बेनामी पैसा घूम रहा है उस पर प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा. इससे साफ है कि PM उनकी रक्षा कर रहे हैं."

बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 31 जनवरी को संसद के बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपना पहला अभिभाषण दिया था. जिसपर सदन में चर्चा हो रही है.

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