आपकी मित्रता हमारे लिए गर्व की बात है: पीएम मोदी
और आखिर में अफगानिस्तान और भारत की दोस्ती को याद करते हुए पीएम ने बॉलीवुड की फिल्म जंजीर के गीत की पंक्ति ‘यारी है ईमान, मेरा यार मेरी जिंदगी’ का जिक्र किया.
जब हम अफगानियों की सच्ची समृद्धि और उनकी विभिन्नता को महसूस कर पाएंगे. जब एक मां अपने बच्चे को इस दुनियां में लाने से नहीं डरेगी. जब मस्जिद में प्रार्थना करने वाले धर्म के नाम पर नहीं मारे जाएंगे, तब दुनिया जीने के लिए एक बेहतर जगह होगी.
उन्होंने कहा कि अफगानी युवाओं का भविष्य इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में है, न कि इंटरनेशनल टेररिज्म में.
पीएम मोदी ने कहा, जल्दी बहेगा सलमा बांध से पानी
प्रधानमंत्री ने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने करजई साब के साथ इश परियोजना का सपना देखा था.” हाइड्रोइलैक्ट्रिसिटी की यह परियोजना 1900 में अफगानी गृहयुद्ध में नष्ट हो गई थी. जनवरी 2013 में इसके पुनर्निर्माण को मंजूरी मिल गई थी.
काबुल नदी में बहुत खून बह चुका है, अब और नहीं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
अफगानिस्तान में पंथ-आधारित आंतरिक संघर्ष के बारे में पीएम ने कहा कि आप पश्तून या हजारा या उज्बेक हो सकते हैं, पर उससे पहले आप एक गौरवशाली अफगान हैं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की धरती पर अफगानों का हक है, आतंकवादियों का नहीं.
हम आपसी विश्वास की वजह से एक साथ हैं: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, “कई लोगों को हमारा मेलजोल बढ़ाना अच्छा नहीं लगा, हमें हतोत्साहित करने की कोशिशें भी की गईं पर हम अगर साथ हैं तो सिर्फ इसलिए क्योंकि आपको हम पर यकीन है.”
पीएम ने कहा, भारत हमेशा अफगानिस्तान की मदद करता रहेगा. उन्होंने कहा कि एक दिन अफगानिस्तान में शांति और समृद्धि होगी.
एक देश के लिए मानव संसाधन से ज्यादा कुछ जरूरी नहीं: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान के मानव संसाधन को बेहतर बनाने के लिए भारत छात्रवृत्ति और ट्रेनिंग प्रोग्राम उपलब्ध कराता रहेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानी सुरक्षा बलों के शहीदों के बच्चों के लिए 500 छात्रवृत्तियों की घोषणा की.