मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का ये आखिरी शीतकालीन सत्र होने जा रहा है. ऐसे में सोमवार को सरकार और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में शीतकालीन सत्र के दौरान आने वाले बिल एवं मुद्दों पर चर्चा होगी. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के द्वारा भी सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है.
सरकार की सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं. जरूरत पड़ी तो केंद्र सरकार रात तक बैठकर बिल पास करेगी. सभी को संसद चलाने में सरकार का सहयोग करना चाहिए.
आपको बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र मंगलवार से शुरू होने जा रहा है, 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे भी मंगलवार, 11 दिसंबर को ही आएंगे. ऐसे में 2019 के चुनावों से पहले संसद का यह शीतकालीन सत्र खूब हंगामेदार होगा इसके पूरे आसार हैं.
सर्वदलीय बैठक में सरकारें संसद सत्र में सदन का कामकाज ठीक प्रकार से चले इसके लिए सहयोग की अपील करती हैं. मंगलवार को हुई इस बैठक में पीएम मोदी और मंत्रियों के साथ दूसरे दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया. कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और सीपीआई के डी. राजा जैसे नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया.
शीतकालीन सत्र से पहले ही कांग्रेस हमलावर
सरकार की सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मोदी सरकार पर हमला बोल दिया. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि राफेल घोटाले की जांच जेपीसी के द्वारा होनी चाहिए लेकिन सरकार निर्णय नहीं ले पा रही है. गुलाब नबी के मुताबिक लोगों का विश्वास EVM से उठ गया है क्योंकि सत्ताधारी पार्टी इसका दुरुपयोग कर रही है. कांग्रेस इस सेशन में ईवीएम का मुद्दा भी सदन में उठाएगी.
उन्होंने कहा कि किसान, महिलाओं की सुरक्षा, पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत, रुपये की गिरती कीमत पर चर्चा होनी चाहिए. इसके अलावा जांच एजेंसी के दुरुपयोग पर भी चर्चा हो, RBI की स्वायत्तता खत्म की जा रही है.
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