पीएम मोदी ने कहा है कि कोरोना से सही जंग के कारण हम काफी जिंदगियां बचा पाए हैं. ये बात उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कही है. यहां हम इस इंटरव्यू के खास हिस्से आपके सामने रख रहे हैं.
कोरोना से जंग
जब कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए 7 महीने से ज्यादा होने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया गया तो उन्होंने अपने जवाब में कहा कि मुझे लगता है कि हम सभी इस बात से सहमत हैं कि इस वायरस से हममें से कोई भी परिचित नहीं था, क्योंकि अतीत में होने वाली घटनाओं से यह घटना बिल्कुल अलग है. अतः जब इस अनजाने दुश्मन का सामना हुआ तो फिर हमने भी उसी के अनुसार अपने आपको ढालने की कोशिश की. मैं कोई स्वास्थ्य विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन मेरा आकलन आंकड़ों पर आधारित है. मुझे लगता है कि हम आंकड़ों की तरफ नजर डालें तो यह बात ध्यान में रखने वाली है कि हमने बहुत सारी जान बचाई हैं.
कोरोना वायरस पर किए गए एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि यह वायरस बहुत ही घातक साबित हो रहा है. एक समय गुजरात, केरल और कर्नाटक जैसे स्थानों में स्थिति बहुत गंभीर थी, लेकिन अब स्थिति पहले की तुलना में नियंत्रण में है. इसीलिए मेरा मानना है कि हमारे लिए बहुत ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है, जैसे मास्क पहनना, हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, क्योंकि ‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं’.
लॉकडाउन
प्रधानमंत्री से इसी मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए लॉकडाउन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि जब हमने देश में लॉकडाउन लगाया तो उस समय हमारे यहां कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या अन्य देशों की तुलना में बहुत ही कम थी और फिर समय और स्थिति को देखते हुए देश में लॉकडाउन घोषित किया गया.
इस भयावह स्थिति में पीएम मोदी से उनके लिए सीख को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इन बीते कष्टदायी महीनों में उन्हें जो सबसे बड़ी सकारात्मक सीख मिली, वह यह कि एकजुट होकर इस तरह के किसी भी संकट से पार पाया जा सकता है.
वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन की तैयारी को लेकर उन्होंने कहा कि देशवासी आश्वस्त रहें कि कोरोना वैक्सीन देश के हर व्यक्ति तक पहुंचाई जाएगी. देश में कोरोना वायरस की स्थिति के आकलन के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अगर देखा जाए तो हमारे देश में अन्य देशों की तुलना में मृत्यु दर बहुत ही कम है और रिकवरी रेट सबसे ज्यादा. बीते महीने देश में कोरोना के मरीजों की संख्या 95 हजार प्लस थी, जो कि अब 50 हजार तक आ पहुंची है और यह हम सबकी एकजुटता के कारण हो पाया है.
श्रम सुधार
श्रम सुधार के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि ये सुधार श्रमिकों के हितों के लिए ही किए गए हैं और इनसे सभी श्रमिकों को लाभ मिलेगा. इन श्रम सुधारों से न्यूनतम मजदूरी सुधार सुनिश्चित करके श्रमिक की सुरक्षा करते हुए महत्वपूर्ण रोजगार सृजित करने में मदद मिलेगी.
इकनॉमी
देश की अर्थव्यवस्था के बारे में पीएम ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर लौट रही है. उन्होंने कहा कि हाल ही में जो सुधारवादी कदम उठाए गए, इससे यह संकेत मिलता है कि भारत विश्व बाजार के लिए निवेश करने के मामले में जरूर सबसे पसंदीदा जगह बनेगा. उन्होंने खेती, विदेशी निवेशी और मैनुफैक्चरिंग के क्षेत्र में आए सुधार को लेकर संतोष जताते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में संतोषजनक सुधार हो रहा है और यह देश के लिए अच्छी बात है. जीएसटी के मुद्दे पर राज्यों के असंतोष के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह कहना सही नहीं है कि राज्यों की चिंताओं पर केंद्र सरकार संवेदनशील नहीं है।
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