पीएम मोदी ने जब कश्मीर के मुद्दे पर देश को संबोधित करने का फैसला किया, तो लोगों के जेहन में सबसे बड़ा सवाल ये था कि वो राज्य में ज्यादा सुरक्षाबलों और सख्ती पर क्या कहते हैं. अपने संबोधन में पीएम ने इसका जिक्र भी किया और साथ ही ईद के मौके पर राहत का ऐलान भी किया.
जम्मू-कश्मीर में सख्ती पर सफाई
पीएम ने कहा कि कुछ लोग आर्टिकल 370 को हटाए जाने के फैसले के पक्ष में हैं तो कुछ विरोध में हैं. 370 से मुक्ति एक सच्चाई है और सच्चाई ये भी है कि इस समय ऐहतियात के तौर पर कुछ कदम उठाने की जरूरत थी. साफ है कि उनका इशारा कर्फ्यू, धारा 144 और नेताओं की नजरबंदी की ओर था.
मोदी ने कहा कि सख्ती के कारण जो परेशानी हो रही है, उसका सामना भी राज्य के लोग ही कर रहे हैं. जो लोग हालात बिगाड़ना चाहते हैं, उन्हें राज्य के लोग धैर्य से जवाब दे रहे हैं.
ईद पर राहत का ऐलान
इस मौके पर पीएम ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को बकरीद की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने बताया -''केंद्र सरकार इस बात का ध्यान रख रही है कि 12 अगस्त को आने वाली बकरीद पर लोगों को कोई परेशानी न हो. जो राज्य से बाहर रहते हैं, और ईद पर घर जाना चाहते हैं, उन्हें सरकार हर संभव मदद कर रही है''.
हालांकि उन्होंने इसकी जानकारी नहीं कि क्या बकरीद के मौके पर कर्फ्यू में ढील दी जाएगी और धारा 144 हटाई जाएगी?
विरोधियों से अपील
पीएम मोदी ने कहा कि 370 हटाए जाने का जो लोग विरोध कर रहे हैं, उनके विचारों का भी सम्मान है लेकिन आग्रह है कि वो देश हित में काम करें. जम्मू-कश्मीर के विकास में मदद करें. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों की चिंता, पूरे देश की चिंता है. उनकी तकलीफों से देश अलग नहीं हैं.
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