पीएम मोदी ने रविवार को इशारों ही इशारों में विपक्ष पर हमला किया. उन्होंने कहा कि माहौल ऐसा है कि एक व्यक्ति जो अनुशासन की बात कहता है उसे 'तानाशाह' कहा जाता है. पीएम मोदी ने सदन में अनुशासन लाने के लिए राज्यसभा सभापति एम.वेंकैया नायडू की तारीफ में ये बात कही.
उपराष्ट्रपति नायडू की किताब के अनावरण के मौके पर मोदी ने कहा-
नायडू अनुशासन को बनाए रखने वाले व्यक्ति हैं, लेकिन देश में हालात ऐसे हैं कि अनुशासन को अलोकतांत्रिक कहना आसान हो गया है. अगर कोई अनुशासन में लाने की कोशिश करता है तो उसे इसके लिए सजा का सामना करना होता है. उसे तानाशाह कहा जाता है.
नायडू की किताब का अनावरण
नायडू की किताब 'मूविंग ऑन..मूविंग फॉरवर्ड : अ इयर इन ऑफिस' उनके उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति के रूप में एक साल पूरे होने पर जारी की गई है.
इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एच.डी.देवेगौड़ा ने मोदी के साथ मंच साझा किया. वित्तमंत्री अरुण जेटली और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी मौजूद थे.
इस मौके पर मोदी ने संसद में कई मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन को लेकर विपक्ष पर अप्रत्यक्ष तौर पर हमला करते हुए कहा, "इस साल लोगों को सदन में नायडू के सभापति के रूप में काम को देखने का अवसर मिला. अगर सदन ठीक से काम करता तो ये संभव नहीं हो पाता."
उन्होंने कहा, "अगर सदन ठीक तरह से काम करता है तो इस बात पर कोई ध्यान नहीं देता कि कौन अध्यक्ष है. लेकिन जब यह मानकों के मुताबिक नहीं चलता है तो हर कोई सभापति पर ध्यान देता है कि उस व्यक्ति के क्या गुण हैं और वो व्यक्ति सदन के अनुशासन को कैसे बनाए रखता है."
बता दें कि नायडू के राज्यसभा के सभापति के कार्यकाल के दौरान लगातार व्यवधान होता रहा, खास तौर से विपक्ष द्वारा राफेल लड़ाकू विमान सौदे व मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर.
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