प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के हर गांव तक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहुंचाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा, ''सभी 6 लाख से ज्यादा गांवों में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहुंचाया जाएगा. हमने तय किया है, एक हजार दिन के अंदर देश के 6 लाख से ज्यादा गावों में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का काम पूरा कर दिया जाएगा.''
इससे पहले अपनी स्पीच में पीएम मोदी ने कहा, ''आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग, बलिदान और मां भारती को आजाद कराने के लिए समर्पण है. आज ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों को, वीर शहीदों को नमन करने का ये पर्व है.''
इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘’कोरोना के समय में, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्सें, पैरामेडिकल स्टाफ, एम्बुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेकों लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं. ऐसे सभी कोरोना वॉरियर्स को भी मैं आज नमन करता हूं.’’
पीएम मोदी ने कहा,
- गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था, जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो. एक प्रकार से जवानी जेलों में खपा दी. ऐसे वीरों को हम नमन करते हैं
- विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वहीं पर खत्म नहीं हुई. भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी
पीएम मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ को लेकर कहा,
- आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, फिनिश्ड प्रोडक्ट बनकर भारत में लौटता रहेगा
- एक समय था, जब हमारी कृषि व्यवस्था बहुत पिछड़ी हुई थी. तब सबसे बड़ी चिंता थी कि देशवासियों का पेट कैसे भरे. आज जब हम सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों का पेट भर सकते हैं
- आत्मनिर्भर भारत का मतलब सिर्फ आयात कम करना ही नहीं, हमारी क्षमता, हमारी क्रिएटिविटी, हमारी स्किल्स को बढ़ाना भी है
- सिर्फ कुछ महीना पहले तक N-95 मास्क, PPE किट, वेंटिलेटर ये सब हम विदेशों से मंगाते थे. आज इन सभी में भारत, न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा
- बीते साल, भारत में FDI ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. भारत में FDI में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है
- आज दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं. हमें ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है
- भारत को आधुनिकता की तरफ, तेज गति से ले जाने के लिए, देश के ओवरऑल इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट को एक नई दिशा देने की जरूरत है. इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. अलग-अलग सेक्टर्स के लगभग 7 हजार प्रोजेक्ट्स को आइडेंडिफाई भी किया जा चुका है. ये एक तरह से इन्फ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की तरह होगा
पीएम मोदी ने कहा, ''मेरे प्यारे देशवासियों, हमारे यहां कहा गया है- सामर्थ्य्मूलं स्वातन्त्र्यं, श्रममूलं च वैभवम्. किसी समाज, किसी भी राष्ट्र की आजादी का स्रोत उसकी सामर्थ्य होता है, और उसके वैभव का, उन्नति प्रगति का स्रोत उसकी श्रम शक्ति होती है.''
पीएम मोदी ने वोकल फॉर लोकल पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘’वोकल फॉर लोकल, री-स्किल और अप-स्किल का अभियान, गरीबी की रेखा के नीचे रहने वालों के जीवनस्तर में आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था का संचार करेगा.’’
उन्होंने कहा, ''विकास के मामले में देश के कई क्षेत्र पीछे रह गए हैं. ऐसे 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुनकर, वहां पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वहां के लोगों को बेहतर शिक्षा मिले, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, रोजगार के बेहतर अवसर मिलें.''
पीएम मोदी ने कहा, ''मेरे प्यारे देशवासियों, आत्मनिर्भर भारत की एक अहम प्राथमिकता है- आत्मनिर्भर कृषि और आत्मनिर्भर किसान. देश के किसानों को आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर देने के लिए कुछ दिन पहले ही एक लाख करोड़ रुपये का ‘एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड’ बनाया गया है.''
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