प्रधानमंत्री मोदी बजट सत्र में विपक्ष के द्वारा संसद की कार्यवाही नहीं चलने देने के विरोध में 12 अप्रैल को दिनभर का उपवास रखेंगे. वहीं बीजेपी चीफ अमित शाह इसी दिन कर्नाटक के हुबली में धरना देंगे. सूत्रों के मुताबिक, उपवास रखने के दौरान मोदी लोगों औैर अधिकारियों से मिलने और फाइलों को मंजूरी देने के अपने दैनिक नियमित आधिकारिक कामकाज में कोई बदलाव नहीं करेंगे. बीजेपी की वरिष्ठ नेता और मथुरा लोकसभा सीट से सांसद हेमामालिनी भी 12 अप्रैल को उपवास रखेंगी और गांधी प्रतिमा के सामने धरना देंगी.
कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप
बीजेपी सांसदों को शुक्रवार को संबोधित करते हुए मोदी ने विपक्ष और खासतौर पर कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि संसद में गतिरोध के विरोध में बीजेपी सांसद 12 अप्रैल को उपवास रखेंगे.
बजट सत्र 18 साल में सबसे कम प्रोडक्टिव
6 अप्रैल को बजट सत्र का समापन हुआ. करीब 1 महीने चले इस बजट सेशन में साल 2000 के बाद से अबतक सबसे कम प्रोडक्टिव रहा और पूरे सेशन के दौरान बजट से जुड़े विधेयकों के इतर सिर्फ दो कानून पारित हो पाए. लोकसभा की कुल 19 बैठकों में वित्त विधेयक और दो विनियोग विधेयकों के अलावा सिर्फ ग्रेच्युटी भुगतान (संशोधन) विधेयक और विशेष राहत (संशोधन) विधेयक ही पास हुए.
कांग्रेस पहले ही रख चुकी है उपवास
कांग्रेस ने बीजेपी के कार्यक्रम से पहले ही देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए 9 अप्रैल को पार्टी सदस्यों के एक दिन का उपवास रखने की घोषणा कर दी थी. बीजेपी के सभी सांसद 12 अप्रैल को अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में उपवास रखेंगे. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह उसी दिन कर्नाटक के हुबली में धरना देंगे. बता दें कि कर्नाटक में 12 मई को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. अमित शाह ने राज्य में कई रैलियों को संबोधित किया है, इस दौरान वो लगातार कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार पर हमलावर रहे.
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