ADVERTISEMENTREMOVE AD

नोटबंदी में नीरव मोदी की हुई थी चांदी, 90 Cr नकद में खरीदा सोना

नोटबंदी के दौरान नीरव से ज्वेलरी खरीदने वालों पर IT की नजर

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

पीएनबी फ्रॉड केस में फंसे हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अब खबर आ रही है कि देश में जब नोटबंदी लागू होने की वजह से लोग परेशान थे. तब नीरव मोदी की मौज हो गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नोटबंदी के दौरान जानी-मानी हस्तियों ने नीरव से मोटा कैश देकर ज्वेलरी खरीदी थी.

आयकर विभाग की स्टेटस रिपोर्ट के हवाले से चल रही खबरों में कहा गया है कि नोटबंदी का फायदा उठाते हुए नीरव मोदी ने मोटी कमाई की थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

नोटबंदी के दौरान 5200 ग्राहकों से जुटाए 90 करोड़

रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीरव मोदी ज्वेलर्स ने आयकर विभाग को दी गई जानकारी में बताया था कि नोटबंदी लागू होने के बाद उन्होंने 5200 ग्राहकों को कैश में 90 करोड़ रुपये की ज्वेलरी बेची थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीरव मोदी ज्वेलर्स ने सभी ग्राहकों को रसीद नहीं दी थी.

नीरव मोदी ने अपने पास मौजूद नकदी को को ग्राहकों से मिली नकदी बताकर उससे सोने-चांदी खरीद कर डाली.

आयकर विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि नीरव मोदी ज्वेलर्स ने 5200 ग्राहकों से कैश मिलने का दावा किया, जबकि इससे संबंधित सबूत नहीं दिए. लिहाजा, यह पूरी तरह से संदेहास्पद है.

0

नोटबंदी के दौरान नीरव से ज्वेलरी खरीदने वालों पर IT की नजर

आयकर विभाग की नजर नोटबंदी के दौरान नीरव मोदी ज्वेलर्स से गहने खरीदने वालों पर है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयकर विभाग की लिस्ट में 80 से ज्यादा नामी लोग हैं, जिनमें राजनीति और कॉरपोरेट वर्ल्ड से जुड़े लोग भी शामिल हैं.

आयकर विभाग ने अपनी जांच में पाया था कि नीरव मोदी और गीतांजलि ग्रुप में जनवरी 2017 में करीब 250 करोड़ रुपये का कैश ट्रांजेक्शन हुआ था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

(क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन  सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके.छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहां क्लिक करें.)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें