ट्रिब्यून अखबार ने आधार डेटा लीक पर जो खबर दी उस पर अभी तक कोई ठोस सफाई सरकार या यूआईडीएआई की तरफ से नहीं आई है.
अंग्रेजी अखबार 'द ट्रिब्यून' ट्रिब्यून ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि महज 500 रुपये देकर कोई भी दस मिनट के अंदर किसी भी आधार नंबर धारक के बारे में जानकारी हासिल कर सकता है.
हालांकि, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने 500 रुपये में आधार की पूरी जानकारी मुहैया कराने की रिपोर्ट को खारिज किया. UIDAI ने कहा कि उसकी प्रणाली सुरक्षित है और इसके किसी भी दुरुपयोग का पता लगाया जा सकता है.
लेकिन बीजेपी या सरकार की तरफ से इस पर कोई दो टूक सफाई नहीं आई है. लेकिन कांग्रेस ने इसे गंभीर चूक बताते हुए सरकार को घेर लिया है.
आधार डेटा लीक को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा
कांग्रेस ने आधार डेटा लीक रिपोर्ट को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस ने कहा कि निजता के अधिकार का बिना किसी बेखौफ के खुला उल्लंघन हो रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने 'ट्रिब्यून' की स्टोरी को ट्वीट करते हुए कहा, "आधार डाटा में फिर से सेंध लगाई गई. प्रत्येक नागरिक की निजी सूचना में हैकर प्रतिदिन सेंध लगा रहे हैं और निजता के अधिकार का खुला मजाक बनाया जा रहा है. मोदी सरकार तमाशबीन बनी हुई है."
UIDAI ने डेटा लीक की खबरों को खारिज किया
UIDAI ने आधार डेटा लीक को लेकर ट्रिब्यून में छपी मीडिया रिपोर्ट को खारिज किया. UIDAI ने कहा कि रिपोर्ट में तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है. UIDAI ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि डेटा लीक नहीं हुआ है और आधार की निजी जानकारी सुरक्षित है.
UIDAI ने कहा कि बायोमेट्रिक्स के बिना आधार के डेटा का प्रयोग नहीं किया जा सकता.
बीजेपी ने ट्रिब्यून की खबर को बताया फर्जी
मीडिया रिपोर्ट्स में खबर आने के बाद पहले यूआईडीएआई ने इसे खारिज किया. बाद में केंद्र में सत्ताधारी बीजेपी ने भी इस रिपोर्ट को खारिज किया.
UIDAI के दावों पर ट्रिब्यून का जवाब
UIDAI ने ट्रिब्यून में छपी आधार डेटा लीक की रिपोर्ट को खारिज करते हुए बताया कि उसकी प्रणाली सुरक्षित है और इसके किसी भी दुरुपयोग का पता लगाया जा सकता है. UIDAI के इस दावे के जवाब में ट्रिब्यून ने कुछ तथ्य रखे. ट्रिब्यून ने बताया कि आधार डेटा तक अनाधिकृत व्यक्तियों की पहुंच थी.
ट्रिब्यून के मुताबिक, यूआईडीएआई की वेबसाइट का दुरुपयोग करते हुए डाटा चोरी किया गया, जिसमें निजी जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, पता, पिन, फोटो, फोन नंबर व ई-मेल शामिल है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)