राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) चार दिवसीय दौरे पर कानपुर में हैं. कानपुर पहुंचने से पहले झींझक में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोगों को बताया कि सबसे ज्यादा 5 लाख सैलरी देश के राष्ट्रपति को मिलता है.
राष्ट्रपति ने कहा,
“कहने को सब जानते हैं, कहने में कोई बुराई नहीं है. राष्ट्रपति देश का सबसे ज्यादा सलैरी लेने वाला कर्मचारी है, और वो टैक्स भी देता है. हम टैक्स भी देते हैं पौने तीन लाख रुपए महीना. लेकिन कोई कहेगा कि आपको तो पांच लाख रुपए मिलता है, उसी की सब चर्चा करते हैं. उसमें से हर महीने पौने तीन लाख निकल जाता है. तो बचा कितना? और जो बचा उससे अधिक तो हमारे अधिकारी और दूसरों को मिलता है. जो टीचर्स बैठे हुए हैं, उन सबको सबसे ज्यादा मिलता है.”
राष्ट्रपति ने कहा, "इस बात का उल्लेख केवल इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि जो टैक्स देते हैं, आखिर इन्हीं से विकास होना है."
बता दें कि रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने गांव पहुंचे थे और सम्मान के तौर पर अपने गांव की मिट्टी को छूने के लिए झुक गए. साल 2017 में राष्ट्रपति बनने के बाद ये पहला मौका है, जब कोविंद अपने पैतृक गांव गए.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद महाराजा एक्सप्रेस से सफर कर रहे हैं. कानपुर देहात जिले के झीझक रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रपति की स्पेशल ट्रेन पहुंची थी. राष्ट्रपति कोविंद ने बताया कि साल 2014 में बिहार के गवर्नर बनने से पहले तक उन्होंने ट्रेन की यात्रा नहीं की थी.
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि मैं राजनीति की बात नहीं करता हूं, संवैधानिक पद पर हूं. संवैधानिक पद पाने के बाद मेरा किसी राजनीतिक दल से लगाव नहीं है, मेरे लिए चाहे कांग्रेस, बीजेपी, जेडीयू, समाजवादी पार्टी या बीएसपी हो सब एक है.
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