बजट से पहले संसद में राष्ट्रपति का अभिभाषण शुरू हो गया है. राष्ट्रपति ने किसानों का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे सरकार ने किसानों के लिए काम किया. तीन कृषि कानून पर चर्चा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इस कानून के जरिए सरकार किसानों को नए अधिकार दे रही है. उन्होंने कहा- ‘मेरी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करते हुए लागत से डेढ़ गुना MSP देने का फैसला भी किया था. मेरी सरकार आज न सिर्फ MSP पर रिकॉर्ड मात्रा में खरीद कर रही है बल्कि खरीद केंद्रों की संख्या को भी बढ़ा रही है’.
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा-
पिछले दिनों हुआ तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए.
राष्ट्रपति ने तीनों कृषि कानून का जिक्र करते हुए कहा- मेरी सरकार यह स्पष्ट करना चाहती है कि तीन नए कृषि कानून बनने से पहले, पुरानी व्यवस्थाओं के तहत जो अधिकार थे, तथा जो सुविधाएं थीं, उनमें कहीं कोई कमी नहीं की गई है. बल्कि इन कृषि सुधारों के जरिए सरकार ने किसानों को नई सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ नए अधिकार भी दिए हैं.
वहीं राष्ट्रपति ने कोरोना का जिक्र करते हुए कहा कि महामारी के दौर में हो रहा संसद का ये संयुक्त सत्र बहुत महत्वपूर्ण है. नया साल भी है और नया दशक भी और इस वर्ष हम आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं.
महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में हमने अनेक देशवासियों को असमय खोया. हम सभी के प्रिय और मेरे पूर्ववर्ती राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन भी कोरोना काल में हुआ. संसद के 6 सदस्य भी कोरोना की वजह से असमय हमें छोड़कर चले गए। मैं सभी के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं
1 फरवरी को संसद में वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश किया जाएगा. दो हिस्सों में चलने वाला बजट सत्र 8 अप्रैल तक चलेगा. बजट सत्र पहला चरण आज से 15 फरवरी तक चलेगा जबकि दूसरा हिस्सा 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)