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राष्ट्रपति चुनाव: मैं राष्ट्र धर्म और मेरा बेटा राजधर्म का पालन कर रहा है- यशवंत

Yashwant Sinha ने राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में दाखिल किया नामांकन.

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यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को विपक्ष ने अपना साझा राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है. विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने सोमवार को राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया. उसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि ये दो व्यक्तियों की लड़ाई नहीं है. राष्ट्रपति भवन में वही व्यक्ति जाए जो इस पद की जिम्मेदारी को निभा सके. राष्ट्रपति केवल रबर स्टाम्प बन कर रह गए हैं.

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विपक्ष के साझा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं उन सभी विपक्षी दलों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने एक साथ आकर मुझे अपना उम्मीदवार चुना. कहा जा रहा है कि मैं चौथी पसंद हूं, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि अगर मैं 10वें नंबर पर था तो भी, मैं स्वीकार करता क्योंकि यह एक बड़ी लड़ाई है.

उन्होंने कहा कि ये दो व्यक्तियों की लड़ाई नहीं है. राष्ट्रपति भवन में वही व्यक्ति जाए जो इस पद की जिम्मेदारी को निभा सके. अगर कोई ऐसा व्यक्ति राष्ट्रपति पद पर बैठा जो सरकार के कब्जे में हो, तो इस पद का कोई फायदा नहीं बचेगा. यशवंत सिन्हा ने आगे कहा कि राष्ट्रपति केवल रबर स्टाम्प बन कर रह गए हैं.

यशवंत सिन्हा ने अपने बेटे जयंत सिन्हा के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा का समर्थन नहीं मिलने को लेकर किसी धर्म संकट में नहीं है. वह राज धर्म का पालन करता है. मैं राष्ट्र धर्म का पालन करूंगा.

यशवंत सिन्हा ने कहा कि वो 28 जून से अपने अभियान की शुरुआत करेंगे. उनका अभियान तमिलनाडु के चेन्नई से शुरू होने की संभावना है. वो पहले दक्षिण के राज्यों में समर्थन मांगेंगे, उसके बाद ही उत्तर के राज्यों में आएंगे.

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