लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. पीएम ने कहा, हम भी आप लोगों (कांग्रेस) के रास्ते पर चलते, तो शायद 70 साल के बाद भी इस देश से आर्टिकल 370 नहीं हटता, आपके ही तौर तरीके से चलते, तो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की तलवार आज भी डराती. पीएम ने अपने भाषण में राम मंदिर का भी जिक्र किया.
आपकी (कांग्रेस) ही सोच के साथ चलते तो राम जन्मभूमि आज भी विवादों में रहती. आपकी ही सोच अगर होती, तो करतापुर साहिब कोरिडोर कभी नहीं बन पाता. आपके ही के तरीके होते, आपका ही रास्ता होता, तो भारत-बांग्लादेश विवाद कभी नहीं सुलझता
पीएम ने अपना भाषण शुरू करते हुए कहा,
“मैं राष्ट्रपति जी के अभीभाषण पर आभार जताने के लिए पेश हुआ हूं. माननीय राष्ट्रपति जी ने न्यू इंडिया का विजन अपने अभिभाषण में प्रस्तुत किया है. 21वीं सदी के तीसरे दशक का माननीय राष्ट्रपति जी का वक्तव्य हम सभी को दिशा व प्रेरणा देने वाला और देश के लोगों में विश्वास पैदा करने वाला है.”
पीएम जब लोकसभा में आए तो सत्ता पक्ष के सांसदों ने जयश्रीराम के नारे लगाए. इसके जवाब में विपक्ष के सांसदों ने महात्मा गांधी की जय के नारे लगाए. इसके बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये तो ट्रेलर है. इस पर पीएम ने कहा कि गांधी आपके लिए ट्रेलर हो सकते हैं, हमारे लिए तो जिंदगी हैं.
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की शायरी के जरिए विपक्ष पर हमला
पीएम ने कहा कि एक स्वर ये उठा है कि सरकार को सारे कामों की जल्दी क्यों है? हम सारे काम एक साथ क्यों कर रहे हैं? इसी दौरान पीएम ने सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता सुनाते हुए कहा,-
लीक पर वे चलें, जिनके चरण दुर्बल और हारे हैं, हमें तो जो हमारी यात्रा से बने, ऐसे अनिर्मित पथ ही प्यारे हैं.
पीएम ने विपक्ष को खासकर कांग्रेस को घेरते हुए कहा, “अगर कांग्रेस के रास्ते हम चलते ,तो 50 साल बाद भी शत्रु संपत्ति कानून का इंतजार देश को करते रहना पड़ता. 35 साल बाद भी नेक्स्ट जनरेशन लड़ाकू विमान का इंतजार देश को करते रहना पड़ता. 28 साल बाद भी बेनामी संपत्ति कानून लागू नहीं हो पाता.”
कोई इस बात से इंकार नहीं कर सकता कि देश चुनौतियों से लोहा लेने के लिए हर पल कोशिश करता रहा है. कभी कभी चुनौतियों की तरफ न देखने की आदतें भी देश ने देखी है, चुनौतियों को चुनने का सामर्थ्य नहीं, ऐसे लोगों को भी देखा. लेकिन आज दुनिया की भारत से जो अपेक्षा है, हम अगर चुनौतियों को चुनौती नहीं देते, अगर हम हिम्मत नहीं दिखाते और अगर हम सबको साथ लेकर चलने की गति नहीं दिखाते तो हमें लंबे अरसे तक समस्याओं से जूझना होता.
पीएम मोदी ने गिनाई अपनी सरकार की उप्लभदियां
पीएम मोदी ने अपनी सरकार के काम भी गिनाए. उन्होंने कहा, “हमने जिस तेज गति से काम किया है, उसका परिणाम है कि देश की जनता ने इसे देखा और देखने के बाद, उसी तेज गति से आगे बढ़ने के लिए हमें फिर से सेवा का मौका दिया. अगर ये तेज गति न होती तो 37 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट इतनी जल्दी नहीं खुलता.”
उन्होंने कहा,
अगर गति तेज न होती तो 11 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय न बनते. 13 करोड़ गरीब लोगों के घर में गैस का चूल्हा नहीं पहुंचता. 2 करोड़ नए घर गरीबों के लिए नहीं बनते. लंबे समय से अटकी दिल्ली की 1,700 कॉलोनियों को नियमित करने का काम पूरा न होता.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)