प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया. मंदिर में दर्शन के बाद पीएम ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए 2013 में आई आपदा को याद किया. पीएम ने कहा कि 2013 में देश के कई लोगों ने इस धरती पर अपनी जान गंवाई. उस हादसे को याद करते हुए पीएम यूपीए सरकार पर खूब बरसे.
जब यहां तबाही आई थी, तो मैंने यहां आकर कहा था कि केदारनाथ के पुनर्निर्माण की जिम्मेदारी मुझे दी जाए, लेकिन दिल्ली में बैठे लोगों को इतनी परेशानी हुई कि मुझे कुछ करने का मौका नहीं मिला. लेकिन बाबा ने तय किया था कि यह काम मुझे ही करना है. बाबा के आशीर्वाद से मुझे ये मौका मिल गया कि मैं एक बार फिर इस पावन धरती का निर्माण करवा सकूं.पीएम मोदी
इस सीजन में दूसरा मौका है, जब प्रधानमंत्री यहां पहुंचे हैं. आमतौर पर हर साल दिवाली के बाद केदारनाथ सन्नाटे में डूब जाता है, क्योंकि ज्यादातर पुजारी और दुकानदार त्योहार मनाने के लिए अपने घर वापस चले जाते हैं, लेकिन इस बार तस्वीर बदली हुई है.
मई में भी पीएम गए थे केदारनाथ
इससे पहले पीएम मोदी मई महीने में केदारनाथ मंदिर गए थे. पीएम केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने से पहले ही वहां पहुंचे थे और आज मंदिर के बंद होने के एक दिन पहले पहुंच रहे हैं. दिवाली के बाद इस मंदिर के पट छह महीनों के लिए बंद कर दिए जाते हैं. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में एक माना जाता है.
कई योजनाओं का किया शिलान्यास
PM ने यहां 5 योजनाओं का शिलान्यास किया, जिसमें आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि का नवीनकरण भी शामिल है, जो 2013 में आई विनाशकारी बाढ़ में तबाह हो गया था. 2013 में आई बाढ़ में केदारनाथ तबाह हो गया था, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान गई थी.
केदारनाथ में रहने वाले लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था, लोगों का घर उजड़ गया था, उनके रोजगार छीन गए थे. लोग पीएम की इस यात्रा से काफी उम्मीद लगाए बैठे हैं.
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