राजस्थान के शाही होटल को असल कीमत से कम कीमत पर बेचे जाने के मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी (Arun Shourie) पर आरोप लगा है. इस मामले में उन्हें राजस्थान की CBI कोर्ट ने तलब किया है. CBI कोर्ट का कहना है कि उदयपुर के लक्ष्मी विलास पैलेस होटल को असली कीमत से कम पर बेचा गया जिससे टैक्सपेयर्स मनी का नुकसान हुआ है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई कोर्ट अब पत्रकार और पूर्व मंत्री अरुण शौरी, प्रदीप बैजल, ज्योत्सना सूरी पर क्रिमिनल केस चलाएगा.
CBI कोर्ट चाहती है कि इस होटल बिक्री के केस को फिर से खोला जाए.
ऑर्डर देखकर तय करूंगा क्या करना है: शौरी
CBI कोर्ट के इस ऑर्डर पर बोलते हुए अरुण शौरी ने कहा कि मैंने कोर्ट ऑर्डर नहीं देखा है. मैं पहले कोर्ट का ऑर्डर पढूंगा और फिर तक करूंगा कि क्या करना है.
कोर्ट ने कहा कि होटल लक्ष्मी विलास की कीमत 252 करोड़ रुपये आंकी गई थी लेकिन इसे 7.5 करोड़ रुपयों में होटल मालिक ललित सूरी को बेचा गया था. तब अरुण शौरी वाजपेयी सरकार में विनिवेश मंत्री थे. ललित ग्रुप के होटल ज्योत्सना सूरी चलाती हैं.
उदयपुर का सबसे शानदार होटल है लक्ष्मी विलास
बता दें कि लक्ष्मी विलास पैलेस एक शानदार फाइव स्टार होटल है जो फतेह सागर झील के किनारे बसा हुआ है. यहां पर दुनियाभर से पर्यटक आते हैं और देश में ये डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी मशहूर है.
CBI ने इस केस में 2019 में क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी थी और कहा था कि 2002 की डील के केस में कोई सबूत नहीं मिला है. लेकिन जोधपुर की स्पेशल कोर्ट ने रिपोर्ट को नकार दिया और आगे जांच करने के लिए कहा. CBI ने इस मामले में लीगल राय ली.
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