तमाम विवादों में घिरे रहे सीबीआई के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को अब दिल्ली पुलिस कमिश्नर बना दिया गया है. इससे पहले एसएन श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर का पदभार संभाला था, लेकिन जून में ही उनका कार्यकाल खत्म हो गया. जिसके बाद आईपीएस अधिकारी बालाजी श्रीवास्तव को लुक आफ्टर चार्ज दिया गया. लेकिन अब राकेश अस्थाना को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए दिल्ली पुलिस का कमिश्नर नियुक्त कर दिया गया है.
राकेश अस्थाना इससे पहले बीएसएफ के डीजी पद पर कार्यरत थे. अस्थाना गुजरात कैडर के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. बीएसएफ डीजी के साथ-साथ वो एनसीबी चीफ का पद भी संभाल रहे थे.
घूसखोरी का मामला हुआ था दर्ज
राकेश अस्थाना विवादों से घिरे रहे हैं. उनके खिलाफ 2018 में रिश्वतखोरी का मामला दर्ज किया गया था. तब राकेश अस्थाना सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर के पद पर थे. आरोपों के बाद उन्हें इस पद से हटा दिया गया था. उनके खिलाफ तब सीबीआई डायरेक्टर रहे आलोक वर्मा ने ये मामला दर्ज किया था. हालांकि राकेश अस्थाना ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. इस लड़ाई के बाद राकेश अस्थाना और आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया था और नागेश्वर राव को सीबीआई डायरेक्टर बनाया गया.
सीबीआई में शुरू हुई थी आरोपों की जांच
जब 2018 में अस्थाना के खिलाफ करोड़ों की रिश्वत लेने के आरोप लगे थे तो तत्कालीन सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा ने उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी थी. लेकिन सरकार ने आलोक वर्मा को हटाकर नागेश्वर राव को सीबाआई डायरेक्टर बना दिया. नागेश्वर राव ने आते ही उन तमाम अधिकारियों का तबादला कर दिया, जो राकेश अस्थाना मामले की जांच कर रहे थे. करीब 13 सीबीआई अधिकारियों का तबादला हुआ. तबादला किए जाने के बाद सीबीआई में अधीक्षक (एसपी) पद पर तैनात सतीश डागर ने तुरंत वीआरएस लेने की अर्जी दाखिल कर दी थी. हालांकि उन्होंने बताया था कि वो निजी कारणों से वॉलंटरी रिटायरमेंट के लिए आवेदन कर रहे हैं.
फरवरी 2020 में राकेश अस्थाना को सीबीआई की तरफ से तमाम भ्रष्टाचार के मामलों में क्लीन चिट दे दी गई. सीबीआई ने कहा था कि उनके खिलाफ रिश्वत लेने का कोई सबूत नहीं है.
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