द क्विंट के त्रिदीप के मंडल (Tridip K Mandal) को उनकी डॉक्यूमेंट्री 'डायरीज फ्रॉम द डिटेंशन कैंप्स ऑफ असम' के लिए अनकवरिंग इंडिया इनविजिबल (ब्रॉडकास्ट मीडिया) कैटेगरी में रामनाथ गोयनका पुरस्कार (Ramnath Goenka award) से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार भारत के चीफ जस्टिस डी.वाई चंद्रचूड़ ने प्रदान किया.
पुरस्कार की घोषणा 2021 में की गई थी लेकिन COVID-19 महामारी के कारण यह सेरेमनी आयोजित नहीं की जा सकी. यह सेरेमनी अब 22 मार्च बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित हुई.
किस वीडियो के लिए मिला रामनाथ गोयनका अवार्ड?
डॉक्यूमेंट्री को सितंबर 2019 में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) की अंतिम सूची की घोषणा के तुरंत बाद शूट किया गया था. इस डॉक्यूमेंट्री में अवैध अप्रवासी होने के संदेह में असम के गोलपारा डिटेंशन कैंप में रखे गए लोगों की दुर्दशा कवर की गयी थी.
मंडल ने हिरासत में लिए गए लोगों और उनके परिवारों से मुलाकात की और एक हिरासत शिविर के अंदर वास्तव में क्या चल रहा है, इसकी कहानी को समझने और बताने की कोशिश की.
मंडल अपनी कहानी के बारे में कहते हैं कि "यह एक ऐसी स्टोरी नहीं है जिस पर मैंने रिपोर्ट किया है, यह एक ऐसी स्टोरी है जिसे मैंने वास्तव में जीया है. यहां तक कि मेरे परिवार के सदस्य असम एनआरसी से बाहर हैं और हमारी भारतीय नागरिकता साबित करने का बोझ अभी भी हम पर है. साथ ही असम राज्य के डिटेंशन कैप्स का डर भी है. "
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