महाराष्ट्र के रत्नागिरि में भारी बारिश के चलते तवरे डैम टूट गया. अचानक डैम टूटने से पानी तेजी से आसपास मौजूद घरों की तरफ बढ़ने लगा और देखते ही देखते 12 घरों को जड़ से उखाड़कर बहा ले गया. इस हादसे में करीब 24 लोग लापता हुए थे, जिनमें से 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. आस-पास के गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए.
मौत बनकर आया मलबा
डैम के टूटते ही पानी तेजी से अपने साथ मलबा लेकर गांव की तरफ बढ़ा. जिससे लोगों को बचने का मौका तक नहीं मिला. मलबा उसके रास्ते में आने वाली हर चीज को अपने साथ बहाकर ले गया. रास्ते में बने घरों का नामोनिशान मिट चुका है. फिलहाल राहत बचाव कार्य की कई टीमें मौके पर मौजूद हैं. इससे प्रभावित गांवों में मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है. वहीं लापता लोगों को ढूढ़ने का काम भी जारी है.
इस डैम का निर्माण 2004 में किया गया था. इस हादसे के बाद सीएम फडणवीस ने जांच के आदेश दिए हैं. इसके अलावा मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान भी कर दिया गया है. जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन भी घटना स्थल पहुंच रहे हैं
करीब 7 गांवों में बाढ़ का खतरा
महाराष्ट्र के रत्नागिरि में डैम टूटने से बहे पानी के चलते अब आस-पास के 7 गावों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. कई इलाकों में घरों तक पानी पहुंच चुका है. पानी और मलबे की इस आफत से सभी लोग काफी परेशान हैं. तवरे डैम का पानी पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण काफी ज्यादा बढ़ चुका था. इसे लेकर कोई भी अलर्ट जारी होता उससे पहले ही ये हादसा हो गया.
कई जगह गिरी दीवारें
मुंबई में कई घंटों तक हुई बारिश के चलते कई जगहों से दीवार गिरने की भी खबरें आईं. इन घटनाओं में भी कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. मुंबई के मलाड में दीवार गिरने से अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं कल्याण में तीन लोगों की मौत हुई. इसके अलावा पुणे से भी कुछ ऐसी ही घटना सामने आई. यहां दीवार गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई. इन हादसों में कई लोग घायल हुए, जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मंगलवार को मलाड दीवार हादसे में घायल लोगों से मिलने पहुंचे. उन्होंने शताब्दी हॉस्पिटल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की. इसके बाद फडणवीस ने बीएमसी दफ्तर पहुंचकर कंट्रोल रूम से हालात का जायजा लिया.
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