मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को सीबीआई का नया डायरेक्टर चुना गया है. शुक्ला 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उन्हें दो साल के लिए सीबीआई का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है.
सीबीआई का डायरेक्टर चुनने के लिए शुक्रवार को सेलेक्शन कमेटी की बैठक हुई थी. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिस्सा लिया था.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर सीबीआई डायरेक्टर के तौर पर ऋषि कुमार शुक्ला की नियुक्ति पर आपत्ति जताई है. खड़गे ने कहा है कि शुक्ला के पास भ्रष्टाचार विरोधी जांच का कम अनुभव है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीबीआई प्रमुख के सेलेक्शन में पहले से तय मापदंडों का पालन ना किए जाने का आरोप भी लगाया है.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने खड़गे की आपत्ति पर कहा कि उन्होंने जो भी कहा है, वो तथ्यों पर आधारित नहीं है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि खड़गे अपनी पसंद के नामों को आगे बढ़ाना चाहते थे.
कौन हैं नए CBI डायरेक्टर ऋषि कुमार शुक्ला?
मध्य प्रदेश काडर के 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ला ने अपनी पुलिस सेवा की शुरुआत रायपुर से की थी. आईपीएस में सेलेक्शन के बाद शुक्ला रायपुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक रहे. पुलिस अधीक्षक के तौर पर सबसे पहले वह दमोह में 1986 में पहुंचे. इसके बाद साल 1992 से 1996 तक भारत सरकार की सेवा में तैनात रहे.
शुक्ला साल 1996 में मध्य प्रदेश लौटे तो उन्हें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(प्रशासन) के तौर पर पदस्थ किया गया. इसके अलावा शुक्ला अपने सेवाकाल में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (रेल, नारकोटिक्स, होमगार्ड), पुलिस हाउसिंग के चेयरमैन भी रहे. वह 30 जून, 2016 को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किए गए और इस पद पर 30 जनवरी, 2019 तक रहे. उसके बाद शुक्ला को पुलिस हाउसिंग का चेयरमैन बनाया गया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)