आर्थिक संकट झेल रही YES बैंक के बोर्ड को रिजर्व बैंक (RBI) ने भंग कर दिया और निर्देश दिया गया कि अगले एक महीने तक YES बैंक के खाताधारक 50 हजार रुपये से ज्यादा नहीं निकाल पाएंगे. इस खबर के बाद YES बैंक खाताधारक समेत बैंकिंग सेक्टर में दहशत मच गई है. हालांकि, इस मामले में SBI के चेयरमैन ने रजनीश कुमार ने कहा कि YES बैंक की समस्या सिर्फ उससे जुड़ी है, ये बैंकिंग सेक्टर की समस्या नहीं है.
कुमार ने ये बातें RBI के YES बैंक पर रोक लगाने के अगले दिन कही.
RBI ने निजी क्षेत्र के देश के चौथे सबसे बड़े बैंक YES बैंक के नया कर्ज बांटने, कर्ज पुनर्गठित करने और निवेश करने पर रोक के साथ-साथ उसके निदेशक बोर्ड को भी तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया. इसके अलावा बैंक के ग्राहकों पर 50,000 रुपये मासिक तक निकासी करने की पाबंदी लगायी है.
'YES बैंक के लिए पुर्नगठन योजना'
SBI के निदेशक बोर्ड ने 5 मार्च को YES बैंक में निवेश के अवसर तलाशने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ मीटिंग के बाद रजनीश कुमार ने बताया कि, 'RBI ने कहा है कि वह YES बैंक के लिए एक पुर्नगठन योजना लेकर आएंगे.'
‘YES बैंक का संकट जल्द सुलझा लिया जाएगा. बैंक के खाताधारकों को इससे किसी तरह का नुकसान नहीं होगा, उनका पैसा सुरक्षित है. इस मामले में RBI अधिकारी काम कर रहे हैं.’निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री
इस मामले में RBI गर्वनर ने भी कहा कि, इस संकट का समाधान जल्दी निकाला जाएगा. हमने इसके लिए 30 दिन का वक्त दिया है उसी में इसका हल निकाला जाएगा. जल्दी ही रिजर्व बैंक इस पर एक्शन लेगी. हम जल्दी ही बैंक को रिवाइव करने की स्कीम सामने रखेंगे. हम खाताधारकों का हितों का पूरा ख्याल रखेंगे. पहले हमने बैंक को बोर्ड को दिक्कत सुलाझाने के लिए कहा लेकिन पिछले महीनों में ये काम नहीं कर पा रहा था.
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