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PUBG, प्यार और पाकिस्तान: सीमा-सचिन की लव स्टोरी पर कैसे बंटा UP का एक गांव?

Seema-Sachin ने दावा किया कि वे 2020 में बेहद लोकप्रिय गेमिंग ऐप, PUBG-बैटलग्राउंड पर मिले और प्यार हो गया.

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर के एक दिहाड़ी मजदूर शशि कुमार ने द क्विंट से कहा, "हमारी भाभी पाकिस्तान से आई हैं. हम भी उन्हें देखने आए हैं." शशि सीमा गुलाम हैदर और उनके बच्चों की एक झलक पाने के लिए गुरुवार, 13 जुलाई को 50 किलोमीटर की यात्रा करके जेवर पहुंचे थे.

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पाकिस्तान के कराची की रहने वाली 27 वर्षीय सीमा को प्रसिद्धि (और बदनामी) तब मिली जब ग्रेटर नोएडा पुलिस ने उन्हें 4 जुलाई को अपने भारतीय प्रेमी सचिन मीना के साथ रहने के लिए नेपाल बॉर्डर से अवैध रूप से देश में प्रवेश करके भारत के इमीग्रेशन कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया था.

दोनों ने दावा किया कि वे 2020 में बेहद लोकप्रिय गेमिंग ऐप, PUBG-बैटलग्राउंड पर मिले और प्यार हो गया.

सीमा को शरण देने के आरोप में सचिन और उसके पिता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इस कपल को 7 जुलाई को जेवर की एक सिविल कोर्ट ने जमानत दे दी थी. कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि जब तक केस चलेगा, सीमा अपना घर नहीं बदलेगी और सचिन के साथ ही रहेगी.

जेल से कपल की रिहाई ने पश्चिमी यूपी के जेवर के एक साधारण गांव रबूपुरा को अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में पहुंचा दिया है.

सीमा को देखने के लिए लगी भीड़

सचिन और उसका परिवार रबूपुरा में रहता है, और यहीं पर सीमा ने अपने चार बच्चों के साथ एक कमरा किराए पर लिया. इससे पहले सीमा दो महीने तक सचिन के साथ रही जब तक कि यूपी पुलिस उनके दरवाजे पर दस्तक नहीं देने लगी.

13 जुलाई को जब द क्विंट ने रबूपुरा का दौरा किया तो सचिन और सीमा घर पर नहीं थे. सचिन के चाचा बीरबल मीना ने कहा कि लगातार मीडिया को इंटरव्यू देने की वजह से कपल के स्वास्थ्य पर असर पड़ा है.

बीरबल ने कहा, "मीडिया उन्हें सांस लेने, खाने, चाय के लिए ब्रेक लेने या यहां तक कि वॉशरूम में जाने की अनुमति नहीं देता है. इससे सीमा के स्वास्थ्य पर असर पड़ा और वह बेहोश हो गईं. हमें उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा."

कपल वहां नहीं था, इसके बावजूद गांव में हर कोई उनके लव स्टोरी के बारे में बात कर सकता था. गांव में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जो सीमा के अस्पताल से लौटने का इंतजार कर रहे थे, ताकि वो उनको (सीमा) एक झलक देख सकें.

सचिन के पड़ोसी सुरेंद्र सिंह ने द क्विंट को बताया कि लोग परिवार के दो कमरे के घर के बाहर सुबह 9 बजे इकट्ठा होना शुरू हो जाते हैं और रात 10 बजे तक नहीं निकलते.

सीमा आ गई है और लोग उसे देखने के लिए यहां हैं. जैसे ही मीडिया के लोग यहां आते हैं, लोग इकट्ठा हो जाते हैं. इस जगह पर शाम 6 बजे तक और कभी-कभी रात 10 बजे तक भी भीड़ रहती है. वे परिवार को न खाने देते हैं, न खाना बनाने देते हैं, न बच्चों की देखभाल करने देते हैं, न ही कपड़े धोने देते हैं.
सुरेंद्र सिंह, सचिन के पड़ोसी

सीमा-सचिन की स्टोरी को लेकर लोगों की अलग राय

रबूपुरा के कई निवासी मानते हैं कि यह कपल का प्यार ही था जो सीमा को भारत ले आया. रबूपुरा में किराना स्टोर चलाने वाले राकेश शर्मा ने कहा, "यह प्यार का मामला है. भले ही पुलिस इसकी जांच कर रही है कि क्या वह (सीमा हैदर) जासूस है, लेकिन हम यह नहीं कह सकते कि उनका प्यार सच्चा नहीं है. कुछ भी संभव है."

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हालांकि, सचिन के पड़ोसी हरेंद्र सिंह इस बात से सहमत नहीं थे. हरेंद्र सिंह ने कहा, "कल कोई भी आएगा और यहां रहना शुरू कर देगा. जनसंख्या वैसे भी बढ़ रही है. क्या हमारे पास कोई सुरक्षा है या नहीं? इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे सही हैं या गलत, मोदी सरकार को उन्हें वापस पाकिस्तान भेज देना चाहिए. मुझे बताओ कौन रखेगा. अपने देश में लोग ऐसे ही पसंद करते हैं?”

धर्म-परिवर्तन, निर्वासन और बहुत कुछ

सीमा ने पहले द क्विंट को बताया था कि जब मार्च 2023 में नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में कपल की शादी हुई तो उन्होंने हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया.

उन्होंने कहा था, ''मैंने हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया है और अपने बच्चों का नाम राज, प्रियंका, मुन्नी और परी रखा है."

ग्रेटर नोएडा के रहने वाले रिंकू ठाकुर ने कहा कि सीमा के लिए हिंदू धर्म अपनाना महत्वपूर्ण था.

रिंकू ठाकुर सचिन और सीमा के रबूपुरा स्थित घर के बाहर खड़े होकर कपल के लौटने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, "मान लीजिए कि वह एक मुस्लिम के रूप में रहती है. (सचिन) एक गरीब आदमी है. कल अगर वह (सीमा) काटने के लिए 4,000-5,000 रुपये का बकरा मांगेगी, तो वह इसे कहां से लाएगा? जिस घर में देवी तुलसी की पूजा होती है, वहां आप बकरा कैसे काट सकते हैं?".

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