पिछले साल 15 जून 2020 की रात को गलवान घाटी (Galwan Clash) में भारत और चीन के जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए. अब इस घटना के एक साल बाद लोग जवानों की शहादत को याद कर रहे हैं. इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की तरफ से भी एक बयान जारी किया गया है. जिसमें उन्होंने बहादुर शहीदों को नमन किया, लेकिन साथ ही पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा कि एक साल से इस घटना को लेकर कोई भी सफाई नहीं दी गई है.
घटना के 1 साल बाद भी नहीं कोई जानकारी- सोनिया
सोनिया गांधी ने अपने लिखित बयान में कहा कि, हमारे बिहार रेजिमेंट के 20 जवानों के शहीद होने की घटना को आज एक साल हो गया है. जिनकी चीन के पीएलए जवानों के साथ झड़प हो गई थी. इन सभी जवानों के महान बलिदान को कांग्रेस देशभर में याद कर रही है. इसके बाद सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा,
“हम सब्र के साथ इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि सरकार सामने आकर इस घटना को लेकर देश को जानकारी देगी. साथ ही लोगों को एक बार फिर ये भरोसा दिया जाएगा कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. कांग्रेस पार्टी इस बात पर चिंता जाहिर करती है कि, घटना के एक साल बीतने के बाद भी इसे लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है, साथ ही पीएम मोदी को भी इस बारे में बोले एक साल हो चुका है. हम पीएम मोदी के बयान को लेकर लगातार जानकारी मांग रहे हैं, साथ ही एलएसी पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए क्या किया जा रहा है, इसकी भी जानकारी नहीं मिली.”
कांग्रेस ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरफ से आगे कहा गया है कि, कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार से अपील करती है कि देश को भरोसे में लेकर ये सुनिश्चित करें कि जो सीमाओं पर खड़े होकर बहादुरी के साथ हमारी रक्षा कर रहे हैं, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
सोनिया गांधी के अलावा कांग्रेस ने सोशल मीडिया के जरिए गलवान में हुई घटना को याद किया और मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की. कांग्रेस ने कहा कि, बीजेपी का राष्ट्रवाद चुनावी है और ऐसे राष्ट्रवाद ने ही देश को असुरक्षित किया है. कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी की रणनीति सिर्फ प्रधानमंत्री की अभासी छवि की रक्षा करना ही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 1 साल बाद भी गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को न्याय नहीं मिला है. भारत सरकार ने चीन के अत्याचारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.
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