जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में दो सिख महिलाओं को कथित तौर पर जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने और मुस्लिम पुरुषों से शादी करने के विवाद के बीच, उनमें से एक ने 27 जून को सिख समुदाय के एक शख्स से दोबारा शादी कर ली. पुलिस ने इससे दो दिन पहले ही महिला को परिवार को 'सौंपा' था.
ये पूरा विवाद दो महिलाओं को लेकर है. श्रीनगर की रहने वालीं 26 साल की मनमीत कौर को लेकर परिवार का दावा है कि 29 साल के शाहिद नजीर भट से उसकी शादी "जबरन धर्मांतरण" का मामला था, खुद कौर की तरफ से इसपर कुछ नहीं कहा गया है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस में बयान दर्ज किया है, लेकिन उसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है.
इस पूरे विवाद पर, सोशल मीडिया पर सिख समुदाय की कई महिलाओं ने अपना गुस्सा जाहिर किया है. महिलाओं ने कहा है कि ये घटना दिखाती है कि कैसे एक महिला के अधिकारों को पूरी तरह से नजरंदाज कर और उसकी आवाज दबा कर घटना को गलत तरीके से पेश किया गया है.
महिलाओं ने उठाई आवाज
सोशल मीडिया पर जब कुछ पुरुष अपनी बहनों और बेटियों को 'समुदाय के अंदर' रखने की 'कसम' खा रहे थे, महिलाओं ने पितृसत्तात्मक विचारों के खिलाफ बोलते हुए कहा कि पूरे मामले में केवल एक व्यक्ति की आवाज मायने रखती है, और वो है - महिला की सहमति.
कई महिलाओं ने लिखा कि सिख पुरुष उनकी ओर से नहीं बोलते और मामले में केवल महिला की सहमति जरूरी है.
कई महिलाओं ने ये भी कहा कि चाहे कोई भी समुदाय हो, सम्मान और शर्म की जिम्मेदारी हमेशा एक महिला के शरीर से जुड़ी होती है.
"अपनी मर्जी से शादी करेंगी महिलाएं"
एक वायरल ट्वीट में, खुद को लेखक और एंटरप्रेन्योर बताने वाले अमन बाली ने कहा कि "लड़कियां मुसलमानों से शादी नहीं करेंगी. इसके साथ जियो. समझौता करो."
कई महिलाओं ने इस ट्वीट पर जवाब दिया है और कहा है कि महिलाएं अपनी मर्जी से जिएंगी और जिससे मर्जी होगी उससे शादी करेंगी.
एक यूजर ने कहा कि पुरुषों द्वारा महिलाओं को आदेश देना आपराधिक सजा बना दिया जाना चाहिए.
केवल अंतर-धार्मिक का मसला नहीं
कुछ महिलाओं ने इस ओर भी इशारा किया कि ये मामला सिर्फ अंतर-धार्मिक शादी का नहीं है, बल्कि महिलाओं को राजनीति में मोहरा बनाया जा रहा है.
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में एक दल 27 जून को श्रीनगर पहुंचा और शहर में विरोध प्रदर्शन किया.
पहले ऐसी अफवाहें थीं कि शाहिद की उम्र 60 साल है और उसके दो बच्चे हैं, लेकिन पुलिस ने उन्हें बेबुनियाद बताया है.
श्रीनगर के कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 27 जून को मनमीत को उसके माता-पिता को सौंप दिया था. दो दिन बाद, एक समारोह में, उसकी कथित तौर पर एक सिख व्यक्ति से शादी कर दी गई.
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