उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सोमवार को मां अन्नपूर्णा की प्राचीन प्रतिमा दोबारा स्थापित की गई. यह मूर्ति लगभग 108 साल पहले चोरी हो गई थी. काशी विश्वनाथ धाम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में पूजन के बाद मूर्ति को स्थापित कर दिया गया.
कनाडा से वापस लाई गई मूर्ति
बताया जा रहा है कि मूर्ति को कनाडा ने भारत सरकार को सौंपा था. केंद्र सरकार ने इसे 11 नवंबर को यूपी सरकार को सौंपा, जिसके बाद भव्य शोभायात्रा के साथ इस मूर्ति को वाराणसी लाया गया. मूर्ति 14 नवंबर की देर रात काशी पहुंची थी. दुर्गाकुंड स्थित मां कुष्मांडा के दरबार से सोमवार की सुबह प्रतिमा का श्रृंगार-पूजन करके काशी विश्वनाथ धाम के लिए रवाना किया गया.
काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य द्वार से प्रतिमा को प्रवेश कराया गया. सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरती कर पालकी को कंधा दिया. प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा के बाद महाभोग अर्पित कर महाआरती की गई.
18वीं सदी की बताई जाती है प्रतिमा
बलुआ पत्थर से बनी अन्नपूर्णा की यह प्रतिमा 18वीं सदी की बताई जाती है. वह एक हाथ में खीर का कटोरा और दूसरे हाथ में चम्मच लिए हुए हैं. प्राचीन प्रतिमा कनाडा कैसे पहुंची, यह राज आज भी बरकरार है. लोगों का कहना है कि दुर्लभ और ऐतिहासिक सामग्रियों की तस्करी करने वालों ने प्रतिमा को कनाडा ले जाकर बेच दिया था.
(इनपुटः चंदन पांडेय, वाराणसी)
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