शाहीन बाग में एक महीने से ज्यादा समय से संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. इस प्रदर्शन में महिलाएं मुख्य भूमिका निभा रही हैं और बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. प्रदर्शनकारियों का दावा है कि शाहीन बाग में प्रदर्शन बिना किसी राजनैतिक नेतृत्व के चल रहा है. वैसे तो प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है लेकिन हाल ही में पत्रकार दीपक चौरसिया के साथ बदसलूकी की खबर सामने आई है.
आज फिर दीपक शाहीन बाग पहुंचे और इस बार उनके साथ जी न्यूज के एडिटर सुधीर चौधरी भी थे.
चौरसिया और चौधरी के शाहीन बाग पहुंचने पर लोगों ने ह्यूमन चेन बना कर उनका विरोध किया. दीपक और सुधीर बैरिकेड के दूसरी तरफ खड़े रहे और लोग ‘गो बैक’ के नारे लगाते रहे.
सुधीर चौधरी ने ट्विटर पर शाहीन बाग के बारे में लिखा, "कश्मीर की तर्ज पर 'Go Back' के नारे लगने लगे. पल भर को लगा जैसे हम किसी दूसरे देश में आ गए हैं."
वहीं, दीपक चौरसिया ने लिखा, "टेलीविजन इतिहास में पहली बार दो बड़े टेलीविजन चैनल शाहीन बाग में लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए चल रहे आंदोलन को देखने गए! लेकिन वहां का नजारा ना तो लोकतांत्रिक था और ना ही संवैधानिक!"
चलाए गए #370InShaheenBagh जैसे ट्विटर ट्रेंड
सुधीर चौधरी ने शाहीन बाग से अपनी कई वीडियो ट्विटर पर शेयर की. इन वीडियो के साथ उन्होंने #370InShaheenBagh और #JabWeMetShaheenBagh जैसे हैशटैग का इस्तेमाल किया. चौधरी ने लिखा, "प्रदर्शनकारी कहते हैं हमें वहां घुसने की इजाजत नहीं है. शाहीन बाग में जाने के लिए अब अलग वीजा लेना होगा? क्या शाहीन बाग में खत्म हो जाती है भारत की सीमा? कश्मीर की तरह यहां 'Go Back' के नारे लग रहे हैं. इतनी असहनशीलता?"
'शाहीन बाग में नहीं चलता देश का कानून'
सुधीर चौधरी ने शाहीन बाग को लेकर ट्विटर पर दावा किया कि ये ऐसा मोहल्ला है जहां देश का कानून नहीं चलता है. चौधरी ने कहा कि हर शहर में एक मोहल्ला होता है जहां पुलिस भी जाने से डरती है, वहां देश का कानून नहीं चलता. दिल्ली में वो मोहल्ला शाहीन बाग है. चौधरी ने कहा कि Article370 अब शाहीन बाग में लागू है.
दीपक चौरसिया से हुई थी कथित बदसलूकी
दीपक चौरसिया ने 24 जनवरी को दावा किया था कि शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल पर कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की और उनके कैमरा मैन का कैमरा छीन लिया. दीपक ने इस घटना का एक वीडियो भी ट्वीट किया था. इस घटना को लेकर शाहीन बाग थाने में धारा 394 और 34 के तहत एक FIR भी दर्ज कराई गई है.
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