सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने 4 जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सामने आए विवाद को सुलझाने की पहल की है. बार एसोसिएशन ने इमरजेंसी मीटिंग के बाद चीफ जस्टिस के सामने 2 मांगें रखी हैं और उन पर जल्द फैसला लेने को कहा है.
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विकास सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बारे में विस्तार से जानकारी दी है.
1. CJI फुल कोर्ट की मीटिंग बुलाएं
बार एसोसिएशन ने मांग की है कि 4 जजों ने जो मुद्दे उठाए हैं या इस दौरान मीडिया में न्यायपालिका से जुड़े जो विवाद सामने आए हैं, उन पर विचार करने के लिए चीफ जस्टिस फुल कोर्ट बुलाएं. इसमें न्यायपालिका से जुड़े हर विवादित मुद्दे पर बात होनी चाहिए.
2. सभी PIL पर सीनियर 5 जज सुनवाई करें
बार एसोसिएशन की दूसरी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट में PIL के सभी केसों पर चीफ जस्टिस या 5 जजों की कॉलेजियम ही सुनवाई करे.
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में और जो बातें कहीं, वो इस तरह हैं:
- 4 जजों ने जो मुद्दे उठाए हैं या इस बारे में जो अन्य मुद्दे सामने आए हैं, वे गंभीर हैं. हम महसूस करते हैं संस्थान की गरिमा बहाल होनी चाहिए.
- आज बार एसोसिएशन एग्जिक्यूटिव कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग हुई, जिसमें 2 रेजॉल्यूशन पास किए गए. जजों के बीच जो मतभेद बताए गए हैं, वे सारे जल्द से जल्द सुलझाए जाने चाहिए.
- देश के लोगों का मानना है कि न्याय यहीं मिलता है, इसलिए हम नहीं चाहते कि इस संस्थान की गरिमा को धक्का लगे.
- फुल कोर्ट बुलाने का अधिकार चीफ जस्टिस के पास ही होता है. ये मीटिंग वे ही बुला सकते हैं. हमारी दोनों मांगें वही मान सकते हैं.
- फुल कोर्ट की मीटिंग बंद दरवाजे के भीतर ही होती है. ये पब्लिक के लिए खुला नहीं होता.
- ये सुप्रीम कोर्ट का आंतरिक मामला है.
इस बड़े घटनाक्रम की ओर देशभर की निगाहें लगी हुई हैं. आने वाले दिनों में कुछ और हलचल देखने को मिल सकती है.
'बागी जजों' से रविवार को मिल सकते हैं CJI
सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों की ओर से न्यायिक प्रणाली पर सवाल उठाए जाने के बाद चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा बगावती तेवर अपनाने वाले जजों से रविवार को मुलाकात कर सकते हैं. इनमें से दो जजों ने शनिवार को मुद्दा सुलझाने की ओर इशारा भी किया है. उन 4 में से 3 जज दिल्ली से बाहर हैं और रविवार दोपहर तक उनके लौटने की संभावना है.
हालांकि इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि चीफ जस्टिस सवाल उठाने वाले चारों जजों से मुलाकात करेंगे. लेकिन जस्टिस कुरियन जोसेफ, रंजन गोगोई और अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल से मिल रहे संकेतों से इस विवाद पर सुलह के आसार नजर आ रहे हैं.
जस्टिस कुरियन जोसेफ ने कोच्चि में कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कोई भी संवैधानिक संकट नहीं है और जो मुद्दे उन लोगों ने उठाए हैं, उनके सुलझने की पूरी संभावना है.
जस्टिस जोसेफ ने कहा:
हमने एक उद्देश्य को लेकर ऐसा किया था. मेरे विचार से यह मुद्दा सुलझता दिख रहा है. यह किसी के खिलाफ नहीं था, न ही इसमें हमारा कुछ स्वार्थ था. यह सुप्रीम कोर्ट में ज्यादा पारदर्शिता लाने के मकसद से किया गया था.
हालांकि उन्होंने इस बारे में ज्यादा विस्तार से नहीं बताया.
अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने उम्मीद जाहिर की कि 4 सीनियर जजों की 'बगावत' से पैदा हुआ संकट जल्द ही सुलझ जाएगा.
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