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सुषमा स्वराज: कब और कहां आखिरी दर्शन, कितने बजे अंतिम संस्कार

सुषमा स्वराज का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.

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पूर्व केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज के पार्थिव शरीर को बुधवार सुबह 8 बजे से आखिरी दर्शन के लिए दिल्ली में उनके निवास स्थान पर रखा जाएगा. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को दोपहर 12 बजे से तीन घंटे के लिए बीजेपी मुख्यालय में रखा जाएगा, जहां पार्टी कार्यकर्ता और नेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सुषमा स्वराज का अंतिम संस्कार दिल्ली के लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.

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ये है आखिरी दर्शन और अंतिम संस्कार का कार्यक्रम

जंतर-मंतर स्थित सुषमा स्वराज के निवास पर सुबह 8 बजे से 11 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को रखा जाएगा. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को दोपहर 12 बजे बीजेपी मुख्यालय लाया जाएगा. यहां पर दोपहर 3 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को रखा जाएगा. यहां पार्टी कार्यकर्ता और नेता उनके अंतिम दर्शन करेंगे. यहां से दोपहर 3 बजे उनकी अंतिम यात्रा निकलेगी. अंतिम यात्रा लोधी रोड स्थित शमशान घाट पर जाकर रुकेगी और इसके बाद यहां उनका अंतिम संस्कार होगा.

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AIIMS में ली आखिरी सांस

सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया. वह 67 वर्ष की थीं. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सूत्रों ने बताया कि सीने में दर्द की शिकायत के बाद स्वराज को रात करीब साढ़े नौ बजे अस्पताल लाया गया और उन्हें सीधे इमरजेंसी वॉर्ड में ले जाया गया. एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि कार्डियक अरेस्ट की वजह से उनका निधन हो गया.

जैसे यह खबर आई केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर और बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा एम्स पहुंचे.

पीएम मोदी ने जताया गहरा शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुषमा के निधन पर गहरा शोक जताया है और उनके कार्यकाल की तारीफ की है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा है, "एक बेहतरीन प्रशासक, सुषमा जी ने जितने भी मंत्रालय संभाले, सभी में बेहतरीन काम किया और पैमाने तय किए. कई राष्ट्रों के साथ भारत के बेहतर संबंध स्थापित करने की दिशा में उन्होंने शानदार काम किया. एक मंत्री के तौर पर हमने उनकी भावुक छवि और मददगार छवि भी देखी. उन्होंने विश्व के किसी भी कोने में मुश्किल में फंसे भारतीय लोगों की मदद की."
एक और ट्वीट में प्रधानमंत्री ने लिखा, "भारतीय राजनीति का शानदार अध्याय समाप्त हो गया. भारत एक बेहतरीन नेता के जाने पर दुखी होगा जिन्होंने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों की जिंदगी को बेहतर बनाने की दिशा में बिताया. सुषणा जी करोड़ों लोगों के लिए प्ररेणा का कारण हैं."

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