ADVERTISEMENTREMOVE AD

भारत आया कोरोनावायरस? चीन से लौटे भारतीय के संक्रमित होने की आशंका

अब भारत में भी कोरोनावायरस के संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

चीन में कोरोनावायरस से हो रही मौतों के बीच अब भारत में भी इस भयानक वायरस के संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है. आशंका है कि चीन से भारत लौटे एक डॉक्टर को इस वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है. राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि राजस्थान में कोरोनावायरस का संदिग्ध मामला सामने आया है, और मरीज को अलग वार्ड में रखा गया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
राजस्थान के चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज प्रशासन को चीन से एमबीबीस की पढ़ाई कर लौटे एक डॉक्टर के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की आशंका पर उन्हें फौरन अलग वार्ड (आइसोलेशन) में रखने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही उनके पूरे परिवार की स्क्रीनिंग के भी निर्देश दिए गए हैं.

संदिग्ध मरीज के नमूने की होगी जांच

डॉ. रघु शर्मा ने संदिग्ध मरीज के नमूने फौरन पुणे स्थित नेशनल वायरोलॉजी लैब भिजवाने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने बताया कि मिली जानकारी के मुताबिक राजस्थान के 4 जिलों में 18 व्यक्ति चीन की यात्रा कर लौटे हैं. संबंधित चारों जिलों के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारियों को इन सभी को 28 दिनों तक लगातार निगरानी में रखने के निर्देश दिए गए हैं.

रविवार तक 29,707 यात्रियों की हुई जांच

देश के सात हवाईअड्डों पर कोरोवायरस संक्रमण के मद्देनजर रविवार तक 137 उड़ानों से आए 29,000 से ज्यादा यात्रियों की जांच की गई है, लेकिन अब तक एक भी मामला पॉजिटिव नहीं पाया गया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘137 उड़ानों के 29,707 यात्रियों की जांच की गई. आज 22 उड़ानों के 4,359 यात्रियों की जांच की गई. कोरोनावायरस संक्रमण का अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया.’’
मंत्रालय ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘नेपाल में कोरोनावायरस के एक मामले की पुष्टि होने के मद्देनजर भारत ने नेपाल की सीमा से सटे जिलों में सतर्कता बढ़ा दी है. उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले के झूलाघाट और जौलजीबी में नेपाल के साथ लगती सीमा पर स्वास्थ्य दल तैनात किए गए हैं.’’

चीन में कोरोनावायरस से अब तक 80 की मौत

चीन में वैज्ञानिक कोरानावायरस के खिलाफ टीका विकसित करने के प्रयास कर रहे हैं. इस बीच अब तक इस वायरस से अकेले चीन में मरने वालों की तादाद 80 हो गई, जबकि रविवार आधी रात तक 2744 मरीजों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है. वहीं सार्स जैसे वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या 3000 पहुंचने की उम्मीद हैं, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने महामारी को फैलने से रोकने के लिए यात्रा प्रतिबंधों में विस्तार किया है. हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान 1.1 करोड़ आबादी वाला शहर है और संक्रमण का मुख्य केंद्र हैं. हुबेई के मेयर झोउ शियांवांग ने रविवार को बताया कि 56 लोगों की मौत हुई है 1975 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है जबकि शहर में 1,000 नए मरीजों की आशंका है. यह जानकारी सरकारी ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी ने दी.

इस बीमारी का केंद्र वुहान और हुबेई प्रांत के 17 अन्य शहरों को बताया जा रहा है जहां वायरस ने सबसे ज्यादा लोगों की जान ली है लेकिन अब बीजिंग समेत चीन के अन्य प्रांतों और शहरों में भी इस तरह के मामले तेजी से फैल रहे हैं.

वुहान से शुरू संक्रमण पूरे चीन में फैल गया है और अमेरिका सहित करीब एक दर्जन देशों में इससे संक्रमण होने की पुष्टि हुई है. अमेरिका, फ्रांस और रूस अपने नागरिकों को वुहान से निकालने की तैयारी कर रही है. वहीं अन्य देश संक्रमण रोकने के लिए संभावित संक्रमितों को अलग जगह पर रखने की वैकल्पिक व्यवस्था कर रही है.
(इनपुट: PTI)
ये भी पढ़ें- कोरोनावायरस के लक्षण क्या हैं? भारत को इससे कितना खतरा?

कोरोनावायरस के कहर से फिसले तेल के दाम,क्रूड पांच डॉलर तक गिरा

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×