वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने सोमवार को एलान किया कि वह अलगाववादी मंच 'ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस' से अलग हो रहे हैं. प्रेस को एक बयान में गिलानी ने कहा कि वह ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से खुद को पूरी तरह से दूर कर रहे हैं.
बयान में कहा गया, “उन्होंने हुर्रियत सदस्यों को एक लेटर लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के भीतर वर्तमान हालात को देखते हुए, वह उससे खुद को पूरी तरह से अलग कर रहे है.
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के सदस्यों को लिखे पत्र में गिलानी ने कहा है कि इसके बाद वह मंच के घटक सदस्यों के भविष्य के आचरण के बारे में किसी भी तरह से जवाबदेह नहीं होंगे. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का गठन 9 मार्च, 1993 को कश्मीर में अलगाववादी दलों के एकजुट राजनीतिक मंच के रूप में किया गया था.
90 साल के गिलानी की सेहत पिछले कई महीनों से दिनों से ठीक नहीं है. वह इसी साल फरवरी में अस्पताल में भर्ती हुए थे. गिलानी ने ऑडियो मैसेज जारी कर कहा, मौजूदा हालात को देखते हुए मैंने हर तरह से अलग होने का फैसला किया है. फैसले के बारे में हुर्रियत के सारे लोगों को चिट्ठी लिखकर कर सूचना दे दी गई है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)