तमिलनाडु में DMK उम्मीदवारों के ट्विटर हैंडल्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनावी राज्य में 'स्वागत' करने वाले पोस्ट्स हैं और पीएम से अपने चुनावी क्षेत्र में 'कैंपेनिंग' करने के लिए भी कह रहे हैं. हैरान होने की बात है न? लेकिन DMK का ये तंज उसकी चुनावी रणनीति का हिस्सा है. DMK का मानना है कि जिन सीटों पर पीएम मोदी कैंपेन करेंगे, वहां पार्टी की जीत का मार्जिन बढ़ जाएगा.
पीएम मोदी अभी तमिलनाडु में हैं और AIADMK-बीजेपी उम्मीदवारों के लिए कैंपेनिंग कर रहे हैं. ज्यादातर DMK उम्मीदवारों ने एक जैसे ट्वीट किए हैं और अपने विरोधियों के लिए उनकी सीटों पर कैंपेन करने की मांग की.
तिरुचेंदूर से DMK उम्मीदवार अनीता राधाकृष्णन ने ट्वीट किया, "प्रिय प्रधानमंत्री, कृपया तिरुचेंदूर में कैंपेन कीजिए. मैं यहां DMK उम्मीदवार हूं और इससे मुझे अपनी जीत का मार्जिन बढ़ाने में मदद मिलेगी. शुक्रिया सर."
ये अकेला ट्वीट नहीं था. रानीपेट के मौजूदा विधायक और DMK उम्मीदवार आर गांधी, तंबाराम विधानसभा सीट से जीतने वाले एसआर राजा, वंदावासी से अंबेथ कुमार जैसे पार्टी उम्मीदवारों ने ऐसे ही ट्वीट किए.
अंदिपत्ति के मौजूदा विधायक और DMK उम्मीदवार ए महाराजन ने भी ऐसा ही ट्वीट किया. इस सीट पर AIADMK के फाउंडर MGR और जयललिता दोनों जीत चुके हैं.
DMK बना मजबूत विपक्ष
2019 के लोकसभा चुनावों में जब बीजेपी ने पूरे देश में बड़ी जीत हासिल की थी, तब DMK और उसकी सहयोगी पार्टियों ने तमिलनाडु की 39 में से 38 सीटें जीती थीं. 2019 और अब 2021 में DMK ने खुद को बीजेपी और AIADMK के खिलाफ मजबूत विपक्ष के तौर पर खड़ा किया है.
राज्य में लोग केंद्र सरकार की कई नीतियों से गुस्सा हैं और इसी का फायदा DMK उठाना चाहती है. पार्टी लोगों से AIADMK को वोट नहीं देने की अपील कर रही है.
द न्यूज मिनट (TNM) के साथ इंटरव्यू में एमके स्टालिन ने कहा था, "तमिलनाडु के लोग सही तरह के सामाजिक न्याय में विश्वास रखते हैं. जो भी असमानता, धार्मिक भेदभाव या किसी दूसरे तरह के दमन के बीज राज्य में बोएगा, उसका विरोध किया जाएगा. तमिलनाडु के लोग बीजेपी को दिखाएंगे कि वो किसी बाहरी ताकत के सामने नहीं झुकेंगे."
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