ऐसे समय में जब तमिलनाडु के तमाम मतदाता राज्य में एक नई सरकार का चुनाव करने के लिए अपना वोट डाल रहे हैं, दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता की करीबी सहयोगी वी.के. शशिकला अपना नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाने के कारण वोट नहीं दे सकीं. ये जानकारी उनके वकील राजा सैंथूर पांडियन के हवाले से मिली हैं. उनके अनुसार, शशिकला का नाम हजार लाइट्स विधानसभा क्षेत्र में है.
वह पोएस गार्डन में जयललिता के निवास पर रह रही थीं. एआईएडीएमके सरकार ने 2016 में जयललिता की मृत्यु के बाद इसे स्मारक में बदलने के लिए उस घर को अपने कब्जे में लिया था.
शशिकला, जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों में चार साल की जेल हुई थी, उनको कुछ महीने पहले ही रिहा किया गया था.
राजनीति से दूर रहने का ऐलान
हालांकि, पहले शशिकला ने कहा था कि वह सक्रिय राजनीति में आ जाएगी, लेकिन बाद में उन्होंने घोषणा की कि वह इससे दूर रहेगी.
उनके वकील ने कहा कि चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उन्हें सूचित किया था कि रोल रिवाइज होने के बाद जनवरी 2019 में शशिकला का नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया था.
बाद में मतदाता सूची में शशिकला का नाम शामिल करने की समय सीमा समाप्त हो गई. उन्होंने यह भी आश्चर्य किया कि चुनाव आयोग ने उन्हें बेंगलुरु के परापाना अग्रहारा जेल में नोटिस क्यों नहीं भेजा.
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