गोवा में करीब 15,000 टैक्सी ऑपरेटर और ऑटो रिक्शा चालक हड़ताल पर हैं. सोमवार को शुरू हुई हड़ताल का आज दूसरा दिन है. इनकी शिकायत गोवा में लॉन्च हुई ‘रेंट-ए-कैब’ और ‘रेंट-अ-बाइक’ जैसी नई कंपनियों से है, जिन्होंने इनके काम को प्रभावित किया है.
मंगलवार को टैक्सी ओनर्स एसोसिएशन ने इस नए कारोबार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और कहा कि सरकार ने अगर ऐसा नहीं किया, तो टैक्सी ऑपरेटर हड़ताल तेज करेंगे.
किराए पर सवारी देने के धंधे ने हमारे पारंपरिक टैक्सी कारोबार को प्रभावित किया है. इस पर लगाम लगनी चाहिए. इसी मांग के साथ सोमवार को हमने हड़ताल शुरू की थी, लेकिन गोवा सरकार ने हमारी मांगों का जवाब नहीं दिया. ऐसे में टैक्सी परिचालकों ने विरोध प्रदर्शन जारी रखने का फैसला किया है.विनायक नानोस्कर, महासचिव, ऑल गोवा टैक्सी ओनर्स एसोसिएशन
उधर, गोवा सरकार ने टैक्सी ऑपरेटरों के खिलाफ आवश्यक सेवा प्रबंधन कानून (एस्मा) लागू कर दिया है.
चूंकि टैक्सी सेवा, आवश्यक सेवाओं के दायरे में आती है, इसलिए एस्मा लागू किया गया है. हड़ताल करने वाले टैक्सी ऑपरेटरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.वरिष्ठ अधिकारी, गृह विभाग
गोवा में ऑल गोवा टुरिस्ट टैक्सी ओनर्स एसोसिएशन और साउथ गोवा टुरिस्ट टैक्सी ओनर्स एसोसिएशन नाम से दो टैक्सी यूनियन हैं. दोनों ही यूनियन काम के मामले में एक-दूसरे को लेकर आक्रामक रही हैं. कई बार दोनों के बीच झगड़े की खबर भी आई, लेकिन इस बार दोनों यूनियन साथ हैं और इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही हैं.
बहरहाल, टैक्सी यूनियन की हड़ताल सैलानियों के लिए भारी समस्या का सबब बन सकती है, क्योंकि सभी 15,000 टैक्सियों के ड्राइवर काम रोककर बैठे हैं. यूनियन के नेताओं की मानें, तो उन्होंने 3 अप्रैल को पुलिस अधीक्षक को नोटिस दिया था. इस हडताल के चलते हवाईअड्डा, रेलवे स्टेशन, टैक्सी स्टैंड और यहां तक कि होटलों पर भी कोई टैक्सी सेवा उपलब्ध नहीं है.
इनपुट: भाषा
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