कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे के चलते देशभर में स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी छात्रों के लिए पहले ही बंद करने के आदेश दिए जा चुके हैं. अब टीचरों और दूसरे स्टाफ को भी सरकार ने घर से काम करने की अनुमति दे दी गई है.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अमित खरे के ऐलान किया है कि स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी के टीचर और दूसरे वर्कर्स 31 मार्च तक घर से काम कर सकते हैं.
हालांकि,दिल्ली सरकार ने कोरोनावायरस के खतरे के मद्देनजर राजधानी में पहले ही सभी सरकारी और निजी स्कूलों को शिक्षण और गैर शिक्षण कर्मचारियों के लिए भी 31 मार्च तक बंद रखने के निर्देश दे दिए थे. इसके अलावा स्टाफ को घर पर रहने की हिदायत दी गई थी और बिना पूर्व अनुमति के उन्हें कहीं बाहर नहीं जाने को कहा गया है, क्योंकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें किसी भी समय ड्यूटी के लिए उपलब्ध होना होगा.
बंद स्कूलों की भरपाई ई-क्लासरूम के जरिए
कोरोनावायरस के कारण बंद हुए स्कूल और शैक्षणिक कार्यक्रमों की भरपाई अब ई-क्लासरूम के जरिए की जाएगी. केंद्र सरकार जल्द ही छात्रों के लिए एक ई-क्लासरूम स्थापित करने जा रही है. खास बात यह कि इस ई-क्लासरूम को छात्रों के पाठ्यक्रम और स्कूली शिक्षा के आधार पर तैयार किया जा रहा है. यह विशेष ई-क्लासरूम अलग-अलग राज्यों के छात्रों के अनुरूप वहां पढ़ाए जा रहे मौजूदा पाठ्यक्रम पर आधारित हो सकते हैं.
बता दें, देश में कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 283 हो गई है. इसमें से अब तक 23 लोग ठीक हो गए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हो गई है. कोविड-19 देश के 22 राज्यों तक पहुंच चुका है. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा लोग से इसकी चपेट में आए हैं. महाराष्ट्र के अलावा केरल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं.
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