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दिशा के समर्थन में उतरीं ग्रेटा,‘लोकतंत्र में प्रदर्शन का अधिकार’

किसान प्रदर्शन से जुड़े टूलकिट केस में कोर्ट ने दिशा रवि को और तीन दिनों के लिए जेल भेज दिया.

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किसान प्रदर्शन से जुड़े टूलकिट केस में दिशा रवि को और तीन दिनों के लिए 19 फरवरी को जेल भेज दिया गया. अब ग्रेटा थनबर्ग ने #StandWithDishaRavi हैशटैग के साथ दिशा रवि के समर्थन में ट्वीट किया है. ग्रेटा ने कहा है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकारी किसी भी लोकतंत्र का हिस्सा होना चाहिए.

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बता दें कि 13 फरवरी को किसान प्रदर्शन से जुड़े 'टूलकिट' को सोशल मीडिया पर साझा करने और एडिट करने के आरोप में फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैंपेन के संस्थापकों में से एक दिशा की गिरफ्तारी हुई है. 'फ्राइडे फॉर फ्यूचर इंडिया' के ही ट्वीट को रीट्वीट करते हुए ग्रेटा थनबर्ग ने ये बात लिखी है.

सम्मान के साथ, कानूनी और संवैधानिक रूप से दिशा रवि के साथ: फ्राइडेज फॉर फ्यूचर

'फ्राइडे फॉर फ्यूचर' कैंपेन की शुरुआत ग्रेटा थनबर्ग ने ही की थी. अब इस कैंपेन के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से कहा गया है कि दिशा इस मूवमेंट की अभिन्न हिस्सा है. वो न सिर्फ भारत में पर्यावरण की चिंताओं पर आवाज उठा रही हैं बल्कि समानता और देश के सबसे प्रभावित समूहों के लिए भी आवाज उठाती रही हैं.

साथी वॉलंटियर के तौर पर हम पीछे खड़े होकर ये नहीं कहेंगे कि वो हम लोगों के बीच सबसे बेहतर में से एक थी. उनके एक्टिविज्म ने अगर हमें कोई चीज सिखाई है तो वो शांतिपूर्ण और सम्मान के साथ अपनी आवाज उठाना है, सबके लिए न्याय सुनिश्चित करना है.
फ्राइडेज फॉर फ्यूचर

हम हर तरह की हिंसा की निंदा करते हैं- फ्राइडेज फॉर फ्यूचर (FFF)

FFF की तरफ से कहा गया है कि वो क्लाइमेट जस्टिस के लिए काम करते रहेंगे. क्लाइमेट एक्शन का समय अभी है.

हम अपनी कोशिशों में अधूरे हो सकते हैं लेकिन हम कोशिश करने से डरेंगे नहीं. हम सीखना, बढ़ना और सच के लिए निडर खड़े रहेंगे, जैसे दिशा ने हमेशा किया.

टूलकिट केस क्या है?

3 फरवरी को ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों के समर्थन में एक ट्वीट किया और उसके साथ एक टूलकिट शेयर की. लेकिन अगले ही दिन उन्होंने वो ट्वीट ये कहते हुए डिलीट कर दिया कि वो पुरानी टूलकिट थी. 4 फरवरी को ग्रेटा ने एक बार फिर किसानों के समर्थन में ट्वीट किया और एक नया टूलकिट शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "ये नई टूलकिट है जिसे उन लोगों ने बनाया है जो इस समय भारत में जमीन पर काम कर रहे हैं. इसके जरिये आप चाहें तो उनकी मदद कर सकते हैं.

पुलिस को उसी टूलकिट से आपत्ति है, जिसे वो 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किले में हुए हिंसक प्रदर्शन से जोड़कर देख रही है. दिल्ली पुलिस के आधिकारिक ट्वीट के मुताबिक, दिशा रवि उस टूलकिट की एडिटर हैं और उस दस्तावेज को तैयार करने और उसे सोशल मीडिया पर सर्कुलेट करने वाली मुख्य ‘आरोपी’ हैं.

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