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दिल्ली हिंसा, CAA पर UN से लेकर बर्नी सैंडर्स तक ने क्या-क्या कहा?

अमेरिकन डिप्लोमेट ने दिल्ली हिंसा पर किया ट्वीट

Published
भारत
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दिल्ली हिंसा में 35 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. बड़ी तादाद में घायलों का इलाज चल रहा है. हालांकि, दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाकों से नई हिंसा की खबरें नहीं आ रही हैं, लेकिन फिर भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. इस सबके बीच विदेश से भी इस हिंसा को लेकर कई बयान सामने आ रहे हैं. कई अंतरराष्ट्री संगठन और हस्तियां इस मामले पर बोल रही हैं.

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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रबल उम्मीदवार माने जाने वाले बर्नी सैंडर्स से लेकर संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद (UNHRC) तक की तरफ से दिल्ली हिंसा और CAA के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर टिप्पणी की गईं हैं. अमेरिकन डिप्लोमेट रिचर्ड हास ने भी दिल्ली हिंसा को लेकर ट्विटर पर प्रतिक्रिया दी है.

UNHRC ने CAA पर चिंता जताई

जेनेवा में मानवाधिकार परिषद के 43वें सत्र में इसके प्रमुख ने भारत में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के लागू होने को लेकर चिंता जताई है. UNHRC ने कहा कि इस कानून के खिलाफ हर समुदाय के भारतीय शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं.

हर समुदाय के भारतीय अपने देश की सेक्युलरिज्म की परंपरा के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं. शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने वालों पर पुलिस की कार्रवाई और मुस्लिमों पर हमलों के दौरान पुलिस का कुछ न करने की खबरों से हम परेशान हैं. इन सब ने अब दो समुदायों के बीच झगड़े का रूप ले लिया है. हम सभी राजनेताओं से हिंसा से परहेज करने की अपील करते हैं.  
UNHRC
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अमेरिकन डिप्लोमेट ने दिल्ली हिंसा पर किया ट्वीट

काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स के अध्यक्ष रिचर्ड हास ने दिल्ली हिंसा पर एक ट्वीट किया है. हास ने हिंसा से जुड़ी न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर पर प्रतिक्रिया दी है.

रिचर्ड ने लिखा, "भारत की सफलता का एक कारण ये रहा है कि मुस्लिम अल्पसंख्यक खुद को भारतीय की तरह देखते हैं. लेकिन ये अब खतरे में है क्योंकि सरकार राजनैतिक फायदे के लिए आइडेंटिटी पॉलिटिक्स कर रही है. ये आर्थिक और सामाजिक रूप से महंगा साबित होगा."

बर्नी सैंडर्स ने ट्रंप को घेरा

दिल्ली में हिंसा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के दौरान ही शुरू हो गई थी. ट्रंप ने दौरे के आखिरी दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें हिंसा को लेकर सवाल पूछा गया तो ट्रंप ने कहा था कि "ये भारत का मामला है." इस बयान को लेकर डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के अहम दावेदार माने जा रहे बर्नी सैंडर्स ने ट्रंप की आलोचना की थी.

करीब 20 करोड़ मुसलमान भारत को अपना घर बताते हैं. बड़े पैमाने पर मुस्लिम विरोधी हिंसा ने कई लोगों की जान ले ली, और इस पर ट्रंप ने बयान दिया ‘ये भारत का मामला है’. ये मानवाधिकार के मुद्दे पर हमारे नेतृत्व की नाकामी है. 
बर्नी सैंडर्स
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अल्पसंख्यकों को सुरक्षा दे मोदी सरकार: USCIRF

यूनाइटेड स्टेट्स कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (USCIRF ) ने भी दिल्ली हिंसा को लेकर ट्वीट किया था. USCIRF ने चिंता जताते हुए लिखा कि मोदी सरकार से हमारी अपील है कि धार्मिक अल्पसंख्यकों और बाकी जिनको भी निशाना बनाया गया है, उनको सुरक्षा दी जाए.

दिल्ली हिंसा में 35 से ज्यादा मौत

दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाकों में हुई हिंसा में अभी तक 35 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की दो SIT गठित की गई हैं. दिल्ली पुलिस ने बताया है कि 48 FIR दर्ज की गई हैं.

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