ADVERTISEMENTREMOVE AD

आरिफ से जुदा सारस हुआ उदास,कानपुर के चिड़ियाघर में नहीं लग रहा मन,स्वास्थ्य खराब

Aarif Saras Friendship | सारस को फिलहाल 15 दिन के लिए अलग जगह क्वारंटाइन किया जाएगा.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

अमेठी के आरिफ और सारस पाक्षी (Aarif Saras Friendship) की दोस्ती सोशल मीडिया पर छाई रहती थी, और अब उनका बिछड़ना भी सुर्खियों में बना हुआ है. सारस को आरिफ से जुदा कर कानपुर प्राणी उद्यान लाया गया है. जहां सारस को 15 दिन के लिए एक अलग जगह क्वारंटाइन किया जाएगा.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अपने दोस्त आरिफ से बिछड़ कर सारस बेहद उदास है. जानकारी के अनुसार, कानपुर प्राणी उद्यान आने के बाद सारस ने खाना तक छोड़ दिया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

खाना-पीना छोड़ा, बिगड़ने लगा सारस का स्वास्थ्य

आरिफ से दूर होने के बाद अब कानपुर प्राणी उद्यान ही सारस का नया घर है. सारस को यहां डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है. हालांकि अपने दोस्त से अलग होकर सारस बेहद दुखी है और इतने दिनों से खुले आसमान में रह रहे सारस को अब चिड़ियाघर के पिंजड़े रास नहीं आ रहे. खाना न खाने के चलते सारस का स्वास्थ्य भी लगातार खराब हो रही है.

इस मामले पर कानपुर प्राणी उद्यान के पीआरओ विश्वजीत सिंह तोमर ने बताया कि

"सारस तनाव में है. वह नई जगह आया है, इस वजह से थोड़ी समस्या आ रही है. कुछ दिनों में वह स्वस्थ और सामान्य हो जाएगा."

वहीं अब सारस की सेहत को देखते हुए उसके लिए एक नया डाइट चार्ट भी बनाया गया है. इसके तहत उसे खाने में दाल, चावल और आलू दिया जाएगा. इसके अलावा बर्ड फीड भी दिया जाएगा, जिसमें कई प्रकार की दालें शामिल होंगी .'

वन विभाग ने आरिफ पर दर्ज किया है मुकदमा

बता दें कि सारस पक्षी से आरिफ को दोस्ती महंगी पड़ गई है. मोहम्मद आरिफ को उप प्रभागीय वनाधिकारी गौरीगंज ने वन्य जीव अधिनियम, 1972 के उल्लंघन पर नोटिस भेजा था, जिसके मुताबिक उन्हें 2 अप्रैल को अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है.

अब इसपर आरिफ का कहना है कि "वन विभाग से नोटिस आया है कि मेरे खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है. सारस मेरा दोस्त था, उसने उसका इलाज किया था. मैं चाहता था कि सारस चला जाए, लेकिन वह साथ रहने लगा."

आरिफ का कहना है कि उसने सारस को पाला नहीं बल्कि वह खुद ही अपने मन से उसके पास रहता था.

इनपुट- विवेक मिश्रा

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×