उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के झांसी (Jhansi) में दो बीजेपी नेताओं के बीच झड़प का मामला सामने आया है. गरौठा से बीजेपी विधायक जवाहर लाल राजपूत और ग्रामीण जिलाध्यक्ष जमुना प्रसाद कुशवाहा के बीच सड़क टेंडर को लेकर विवाद हो गया. दोनों नेताओं के बीच हुए इस विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो गुरुवार की शाम के वक्त सर्किट हाउस का बताया जा रहा है, जिसमें दोनों नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते दिख रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
झांसी के मोंठ ब्लॉक के सिमरिया गांव से शाहजहांपुर के बीच सड़क निर्माण का ठेका दो विभागों द्वारा जारी कर दिया गया. गरौठा विधायक ने जर्जर सड़क को बनवाने का प्रयास किया और PWD ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया और बजट मंजूर हो गया. इसके बाद PWD ने टेंडर पास कर दिया.
दूसरी ओर बताया जा रहा है कि जिला पंचायत ने भी उसी सड़क का टेंडर निकाल दिया, जो जिलाध्यक्ष की फर्म को दिया गया है.
दोनों तरफ से टेंडर हो जाने के बाद दोनों बीजेपी नेताओं ने भूमिपूजन की तैयारी शुरू कर दी. इस स्थिति में PWD या जिला पंचायत में से एक टेंडर के रद्द होने की बात कही जा रही है. इसी को लेकर दोनों नेताओं के बीच विवाद शुरू हो गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
सर्किट हाउस में भिड़े दोनों नेता
गुरुवार, 1 सितंबर की शाम सर्किट हाउस में जिलाध्यक्ष जमुना प्रसाद कुशवाहा और गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत प्रदेश प्रभारी व कैबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान दोनों का सामना हुआ और विवाद शुरू हो गया. गरौठा विधायक ने कहा कि पीडब्ल्यूडी से सड़क न बनवाई गई तो बजट वापस हो जाएगा, जिला पंचायत की सड़क थर्ड क्वालिटी होती है. ऐसे में जिला पंचायत विभाग टेंडर कैंसिल कर उन रुपयों से कोई दूसरा काम करा सकता है.
विधायक जवाहरलाल की बात सुनकर जिलाध्यक्ष भड़क उठे. उन्होंने कहा कि ऐसे कैसे कैसिंल होगा ठेका, एफडी जमा हो गई. इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि वह पीडब्ल्यूडी से अच्छी सड़क बनाएंगे.
दोनों नेताओं में बढ़ती जुबानी जंग को वहां मौजूद लोगों ने शांत करवाने की कोशिश की.
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