उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में एक महंत पर आरोप लगा है कि उसने अपने आश्रम में महिला दर्शनार्थी की मौत होने पर उसका शव गौशाला में दफना दिया. शव जल्दी गल जाए, इसलिए उस पर नमक भी डाल दिया गया. पुलिस ने जानकारी मिलने पर महिला के परिजनों को मामले से अवगत कराया है.
सोमवार, 22 मई की दोपहर महिला के परिजनों के पहुंचने पर पुलिस ने शव को कब्र से खोदकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आने पर पुलिस एफआईआर दर्ज कर महंत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
गौशाला में शव मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस
लखनऊ के महानगर के पुराना हैदराबाद में गोमती किनारे खाटू श्याम मंदिर के बगल में कैलाशपुरी घाट मंदिर स्थित है. यहां के महंत राम सुमन चतुर्वेदी हैं. यहां महंत के साथ उनकी बेटियां, दामाद और दो नाती रहते हैं. 16 मई को इसी जगह आश्रम में दर्शन करने के लिए 40 वर्षीय सपना पाठक आई थी.
रविवार रात पुलिस को सूचना मिली कि आश्रम के गौशाला में किसी को दफनाया गया है. पुलिस ने जब छानबीन की तो महंत द्वारा बताया गया कि सपना पाठक की 19 मई को मौत हो गई थी. सपना प्रयागराज निवासी थी.
पुलिस को इसकी सूचना मिली तो महिला के परिजनों को जानकारी दी गई. सोमवार दोपहर जब महिला के परिजन पहुंचे तब पुलिस ने शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. महंत को हिरासत में ले लिया गया है.
पीएम रिपोर्ट के बाद हुआ हत्या का खुलासा
मंगलवार, 23 मई को पीएम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हुआ कि गोशाला में जिस महिला का शव मिला था, उसकी हत्या हुई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसके सिर पर भारी वस्तु मारकर हत्या की गई थी. जबकि इससे पहले महंत ने सपना की तेज बुखार आने के बाद अचानक मौत का दावा किया था.
एसीपी महानगर नेहा त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक किसी ने भी कोई खास जानकारी पूछताछ में नहीं दी है. एक टीम लगातार पूछताछ कर रही है. साक्ष्य भी जुटाए जा रहे हैं. जिससे घटना स्पष्ट हो सके. महानगर पुलिस ने मृतका के भाई की तहरीर पर महंत राम सुमन चतुर्वेदी समेत दो अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस शक के आधार पर आरोपी महंत और उसके परिवार के दो लोगों को हिरासत में लेकर घटना की जांच कर रही है.
महिला के शरीर पर चार जख्म मिले
मंदिर परिसर में संदिग्ध हालात में सपना की मौत के बाद तीन डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम कराया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसके शरीर पर प्रमुख तौर पर चार चोटें मिलीं. एक सिर के बीच में और एक बायीं तरफ वहीं एक चोट पेट और एक चोट दाहिनी जांघ पर है. पोस्टमार्टम में स्पष्ट हुआ कि हत्या चार से पांच दिन पहले की गई.
एक महीने पहले भाई से हुई थी बात
सपना के भाई ने बताया कि उसकी बहन से बहुत कम बात होती थी. करीब एक महीने पहले फोन पर बात हुई थी, तब सपना ने बताया था कि वह मुंबई में है. वह लखनऊ कब और कैसे पहुंची? गोशाला में क्यों रह रही थी? इस बारे में जानकारी नहीं है. भाई के मुताबिक जब भी बात होती थी तब वह बताती थी कि मुंबई में है.
सपना के बैग में दो आधार कार्ड बरामद हुए थे. इसमें से एक प्रयागराज और दूसरे में लखनऊ के पते का था. लखनऊ के पते वाला आधार कार्ड फर्जी है. पुलिस ये भी जानकारी जुटा रही है कि आखिर ये आधार कार्ड सपना ने क्यों बनाया.
15 साल से परिवार से दूर रह रही थीं
पुलिस के मुताबिक मृतका मूल रूप वाराणसी की रहने वाली थी. वर्ष 2000 में उसकी शादी प्रयागराज निवासी शिक्षक राजीव दुबे से हुई थी. उनकी दो बेटियां है. सपना ने कुछ समय तक मुंबई में एक अखबार में नौकरी भी की थी. पुलिस ने बताया कि छानबीन में सामने आया कि पिछले 15 वर्षों से सपना परिवार से दूर रह रही थीं. उनकी एक बेटी ननिहाल व दूसरी एक रिश्तेदार के घर पर रहती है. धर्म की प्रति बढ़ी आस्था की वजह से वह आश्रम में आती जाती रहती थी.
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