उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में कल्याणपुर इलाके में शुक्रवार, 2 दिसंबर की शाम पुलिस की लापरवाही का एक विभत्स मामला सामने आया है. अतिक्रमण हटाने के नाम पर पुलिस ने ऐसा व्यवहार किया कि गरीब सब्जी विक्रेता ट्रेन की चपेट में आ गया और उसे अपने दोनों पैर गंवाने पड़ गए. मामले में हेड कांस्टेबल राकेश कुमार की लापरवाही की बात कही जा रही है. उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
क्या है पूरा मामला?
कल्याणपुर इलाके में पुलिस अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने गई थी. इंदिरा नगर चौकी तैनात दरोगा सद्दाब व दो सिपाही रेलवे लाइन किनारे सब्जी बेचने बालों को हटाने पहुंचे थे. इसी दौरान एक पुलिस वाले असलान नाम के एक सब्जी विक्रेता का तराजू उठाकर रेल की पटरी पर फेंक दिया.
असलान पटरी से अपना तराजू उठाते समय मेमो ट्रेन की चपेट में आय गया. ट्रेन की चपेट में आने से उसके दोनों पैर कट गए और वहीं दर्द से कराहने लगा.
इतने में लोगों की भीड़ वहीं जुटनी शुरू हो गई. कई लोगों ने इस घटना के वीडियो भी बनाए. जानकारी मिलते ही कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
पुलिस ने क्या कहा?
कानपुर के DCP विजय ढुल ने जानकारी देते हुए कहा कि असलान नाम का एक युवक ट्रेन की चपेट में आकर घायल हो गया. तत्काल पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां वरिष्ठ चिकित्सकों की एक टीम उसका इलाज कर रही है.
घटना के संबंध में जांच करने पर प्रथम द्रष्टया पाया जा रहा है कि कल्याणपुरी पुलिस स्थानीय स्तर से अतिक्रमण हटा रह थी, जिस दौरान हेड कांस्टेबल राकेश कुमार ने लापरवाही भरा व्यवहार किया जिसके चलते ये स्थिती पैदा हुई और असलान ट्रेन की चपेट में आ गया. हेड कांस्टेबल राकेश कुमार के तत्काल प्रभाव के निलंबित किया गया है और मामले की जांच कल्याणपुर के क्षेत्राधिकारी को दी गई है.विजय ढुल, DCP, कानपुर
प्रत्यक्षदर्शी ने क्या बताया?
मोहम्म्द सानु नाम के प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वो लड़का टमाटर बेच रहा था. राकेश नाम के सिपाही ने उसका तराजू रेलने लाइन पर फेंक दिया. वो अपना तराजू उठाने गया तो ट्रेन का पहिया उसके ऊपर चढ़ गया. उसकी उम्र करीब 14-15 साल थी.
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