उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में आगरा (Agra) के थाना सिकंदरा अंतर्गत आवास विकास सेक्टर-10 में सामूहिक आत्महत्या का मामला सामने आया है. रिपोर्ट के मुताबिक एक घर के कमरे में पति-पत्नी और बेटी के शव फंदे से लटके मिले. दंपति के आठ साल के बेटे ने सुबह लोगों को इस घटना की जानकारी दी. लड़के ने कहा कि कमरे में सब लटके हुए हैं, डर लग रहा है. आत्महत्या के पीछे की वजहों का पता नहीं चल सका है, पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है.
क्या है पूरा मामला?
आगरा में आवास विकास सेक्टर-10 में ईडब्लूएस कालोनी के मकान नंबर 1046 में सोनू नाम के व्यक्ति ने अपनी पत्नी गीता, बेटी और बेटे के साथ रहता था. बताया गया है कि मंगलवार रात को पूरा परिवार एक ही कमरे में साथ सोया था. सुबह करीब सात बजे सोनू का बेटा श्याम नीचे आया और कमरा खेलने लगा.
जब उसके एक परिचित ने उससे कुछ सामान मंगाया तो उसने घर में जाने से इंकार कर दिया. उसने बताया कि मैं ऊपर नहीं जाऊंगा, मम्मी-पापा और मेरी बहन फांसी के फंदे में लटके हुए हैं, मुझे डर लग रहा है. इसके बाद आस-पास के लोगों को घटना की जानकारी हुई.
नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
घटना के बारे में रिश्तेदारों को जानकारी मिली, इसके बाद सोनू के जीजा विजय कश्यप और अन्य लोग घर में पहुंचे और देखा तो तीनों के शव फंदे से लटके हुए थे. लोगो ने पुलिस को सूचना दी, पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा. पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है और घर में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
बेरोजगार होना था कारण?
परिजनों के मुताबिक घर में भूत प्रेत का साया था, इस वजह से घर का मुखिया सोनू बेहद परेशान था और यही वजह है कि परिवार ने एक साथ खुदकुशी की है.
इसके अलावा कुछ लोग दबी जुबान में कह रहे है कि परिवार काफी दिनों से बेरोजागर था, इसके कारण सुसाइड किया है लेकिन अब पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)