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Most Wanted:विकास दुबे ही नहीं,UP के 19 बदमाश फरार,कुछ तो दशकों से

कानपुर मुठभेड़ के बाद पूरी यूपी पुलिस विकास दुबे के पीछे है, लेकिन उससे बड़े इनामी बदमाश दशकों से फरार हैं

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भारत
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कानपुर में 8 पुलिस वालों की हत्या ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर की कलई खोलकर रख दी है. 60 मामलों वाला हिस्ट्री शीटर विकास दुबे हथियारों का जखीरा जमा कर लेता है लेकिन फिर भी पुलिस को कानों कान भनक तक नहीं लगती है. यही नहीं 8 पुलिस वालों की हत्या करने के बाद विकास दुबे फरार भी हो जाता है. आपको बता दें कि सिर्फ विकास ही नहीं उस जैसे कई कुख्यात क्रिमिनल सालों से पुलिस की पहुंच से बाहर हैं. ये हैं यूपी के 19 मोस्ट वाटेंड.

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उत्तर प्रदेश पुलिस की मोस्ट वांटेड अपराधियों की लिस्ट में 19 लोगों के नाम मौजूद हैं, इस लिस्ट में इन अपराधियों पर 2 लाख से लेकर 50 हजार रुपए तक के इनाम हैं. हालांकि इस मोस्ट वांटेड अपराधियों की लिस्ट में विकास दुबे का नाम अभी नहीं जुड़ा है.

आइए आपको एक-एक कर बताते हैं यूपी के सभी 19 मोस्ट वांटेड के बारे में

1.हरीश- 2 लाख का इनाम

पिता का नाम ब्रह्मपाल, गांव भौराखुर्द, मुजफ्फरनगर. इस इनामी बदमाश पर दो लाख रुपए का इनाम है. पुलिस उसकी तलाश में कई साल से जुटी है, लेकिन वो फरार है. हरीश और उसके भाई आदेश का वेस्ट यूपी में आतंक था. हरीश के भाई आदेश को पिछले साल पुलिस ने एंकाउंटर में मार गिराया. इन भाइयों पर पुलिस ने साल 2013 में ढाई हजार रुपये से बढ़ाकर इनाम की धनराशि पांच-पांच हजार रुपये कर दी थी. हरीश के खिलाफ करीब 25 अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. जिनमें हत्या और रंगदारी मांगने के मामले शामिल हैं.

कानपुर मुठभेड़ के बाद पूरी यूपी पुलिस विकास दुबे के पीछे है, लेकिन उससे बड़े इनामी बदमाश दशकों से फरार हैं

2.अतउर्रहमान, उर्फ सिकंदर

गाजीपुर के मुहम्‍मदाबाद का अतउर्रहमान, बाबू और सिकंदर के नाम से भी जाना जाता है. सिकंदर पर सीबीआई की तरफ से इनाम घोषित किया गया है. 1996 में भेलूपुर में हुए झुनझुनवाला अपहरण कांड में सिकंदर का नाम सामने आया था.

कहा जाता है कि सिकंदर बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का नजदीकी है, साल 2001 में अशोक सिंघल के एक रिश्‍तेदार की किडनैपिंग और फिर हत्या में भी सिकंदर का नाम आया था. इस मामले में मुख्‍तार अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसके अलावा 2005 में हुई बीजेपी विधायक कृष्‍णानंद राय की हत्‍या में भी सिकंदर का नाम शामिल था. दो दशक से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन सिकंदर जेल की सलाखों तक नहीं पहुच सका.
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3.मोनू गुर्जर

इनाम- 50 हजार, गांव कंकरखेड़ा, मेरठ. माना जाता है कि मोनू के पास करीब एक दर्जन से ज्यादा शार्प शूटर हैं, और इस पर लूट, डकैती, अपरहण और हत्या के करीब 80 मुकदमे दर्ज हैं. ये कई सालों से पुलिस की पकड़ से बाहर है.

कानपुर मुठभेड़ के बाद पूरी यूपी पुलिस विकास दुबे के पीछे है, लेकिन उससे बड़े इनामी बदमाश दशकों से फरार हैं

4. शहाबुद्दीन

मुख्तार अंसारी का करीबी और सिकंदर बाबू का साथी शहाबुद्दीन गाजीपुर का रहने वाला है. सीबीआई ने शहाबुद्दीन पर दो लाख का इनाम रखा है. शहाबुद्दीन पर भी बीजेपी विधायक कृष्णनन्द राय की हत्या में शामिल होने का आरोप है. शहाबुद्दीन का संपर्क अंडरवर्ल्‍ड डॉन दाउद इब्राहिम गैंग से हो गया था, जिस वजह से वो फरार हो गया. 15 साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन अब तक पुलिस के हाथ नाकामी ही लगी है.

कानपुर मुठभेड़ के बाद पूरी यूपी पुलिस विकास दुबे के पीछे है, लेकिन उससे बड़े इनामी बदमाश दशकों से फरार हैं

5. सुनील यादव

गोसाईंपुर थाना चोलापुर, वाराणसी का सुनील यादव तब सुर्खियों में आया जब 2011 में वाराणसी जेल के डिप्टी जेलर अनील त्यागी की हत्या हुई. हत्या का आरोप मुन्ना बजरंगी के करीबी काका और सुनील यादव पर आया. तब से सुनील यादव फरार है. सुनील यादव पर पुलिस ने 50,000 रुपए का इनाम रखा है.

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ये हैं उत्तर प्रदेश के बाकी 14 मोस्ट वांटेड अपराधी जिनकी तलाश पुलिस को है.

6. गौरी यादव उर्फ उदयभान यादव, इनाम : 1,00,000

7. विनोद कुमार, इनाम : 50,000

8. सलीम उर्फ मुख्तार शेख, इनाम : 50,000

9. संजीव नल, इनाम : 50,000

कानपुर मुठभेड़ के बाद पूरी यूपी पुलिस विकास दुबे के पीछे है, लेकिन उससे बड़े इनामी बदमाश दशकों से फरार हैं

10. सुधीर उर्फ महकर सिंह, इनाम : 50,000

11. रामनरेश ठाकुर, इनाम : 50,000

12. विश्वास नेपाली, इनाम : 50,000

13. अजीम अहमद, इनाम : 50,000

कानपुर मुठभेड़ के बाद पूरी यूपी पुलिस विकास दुबे के पीछे है, लेकिन उससे बड़े इनामी बदमाश दशकों से फरार हैं

14. मनीष सिंह, इनाम : 50,000

15. बहार उर्फ बहारुद्दीन, इनाम : 50,000

कानपुर मुठभेड़ के बाद पूरी यूपी पुलिस विकास दुबे के पीछे है, लेकिन उससे बड़े इनामी बदमाश दशकों से फरार हैं

16. सऊद अहमद सिद्दीकी, इनाम : 50,000

17. पिन्टू उर्फ रूद्रेश उपाध्‍याय, इनाम : 50,000

कानपुर मुठभेड़ के बाद पूरी यूपी पुलिस विकास दुबे के पीछे है, लेकिन उससे बड़े इनामी बदमाश दशकों से फरार हैं

18. आफताब आलम, इनाम : 50,000

19. शिवा बिन्द उर्फ शिवशंकर बिन्द, इनाम : 50,000

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