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पत्रकार छत्रपति मर्डर केस में गुरमीत राम रहीम पर फैसला आज

साल 2002 में छत्रपति को गोली मार दी गई थी. इस घटना से पहले छत्रपति के अखबार ने एक लेटर छापा था.

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भारत
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पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत पत्रकार रामचंद्र छत्रपति मर्डर केस में फैसला सुना सकती है. इस केस के मुख्य आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी होगी. गुरमीत राम रहीम अभी रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है.

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2002 में हुई थी पत्रकार की हत्या

साल 2002 में छत्रपति को गोली मार दी गई थी. इस घटना से पहले छत्रपति के अखबार ने एक लेटर छापा था. उस लेटर में सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में गुरमीत राम रहीम के द्वारा महिलाओं के यौन शोषण के बारे में लिखा गया था.

छत्रपति की मौत होने के बाद 2003 में एक केस दर्ज किया गया था. पत्रकार के परिवार ने इस संबंध में मामला दर्ज कराया था. उसकी याचिका पर अदालत ने इस केस की जांच सीबीआई के हवाले कर दी थी. 2007 में सीबीआई ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करते हुए गुरमीत सिंह राम रहीम को हत्या की साजिश रचने का आरोपी माना था. इस केस की सुनवाई पिछले हफ्ते ही पूरी हुई है. साध्वी दुष्कर्म मामले में गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाने वाले जज जगदीप सिंह ही इस मामले में फैसला सुनाएंगे.

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सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए

डेरा सच्चा सौदा, सुनारिया जेल और विशेष अदालत के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पंजाब-हरियाणा के कई जिलों समेत चंडीगढ़ में अलर्ट जारी कर दिया गया है. पंजाब के मालवा क्षेत्र के आठ जिलों की सुरक्षा के लिए 25 कंपनियां तैनात की गई हैं.

मोगा, फरीदकोट, फाजिल्का और फिरोजपुर में 10 कंपनियों के 700 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. वपंचकूला में धारा 144 लगा दी गई है. जज की सुरक्षा बढ़ाने के साथ कोर्ट परिसर में 240 जवानों की तैनाती की गई है. पंचकूला के चार एंट्री प्वाइंट सहित 17 नाकों पर करीब 1200 सशस्त्र जवान तैनात किए गए हैं.

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