कानपुर में पुलिस की एक टीम कुख्यात बदमाश विकास दुबे की तलाश में गई थी, तभी दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी और आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए. जिस तरीके से इस वारदात को अंदाम दिया गया, उससे जाहिर है कि बदमाशों को पुलिस के आने की खबर पहले से ही थी. उत्रर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने बताया -
अभियुक्त को पूरी जानकारी थी कि पुलिस का दल आ रहा है. इसिलए उसने मेन रोड पर जेसीबी मशीन लगा दिया था, जिससे रास्ता बंद हो जाए. इसके अलावा उसे पास जो हथियारों जखीरा था, इसे ये बात साबित हो जाती है कि उसे अच्छी तरह से पता था कि पुलिस की टीम आ रही है. पुलिस के ऊपर ये अप्रत्याशित घटना थी, उनको भी अंदाजा नहीं था कि उनके ऊपर ऐसे अचानक से हमला हो जाएगा.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में एसपी समेत एसपी समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए हैं. सभी पुलिस वाले कानपुर के शिवली में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गए थे, तभी बदमाशों ने टीम पर फायरिंग कर दी. जिसमें आठ पुलिस वाले शहीद हो गए.
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