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बंगाल: पुलिस से झड़प में BJP वर्कर की मौत, पार्टी ने बुलाया बंद

पुलिस ने क्या कहा?

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भारत
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पश्चिम बंगाल में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. राज्य के सिलीगुड़ी इलाके में पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी के नॉर्थ बंगाल सचिवालय तक निकाले गए 'उत्तरकन्या अभियान' मार्च के दौरान ये घटना हुई.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट कहती है कि बीजेपी ने ये अभियान 'राज्य में खराब होती कानून-व्यवस्था और कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ' शुरू किया था.

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पुलिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए वॉटर केनन का इस्तेमाल किया और आंसू गैस के गोले दागे. रिपोर्ट का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी भी की. झड़प में कई प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी घायल हुए.  

बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि पुलिस लाठीचार्ज की वजह से लगी चोटों से पार्टी कार्यकर्त्ता की मौत हुई है. हालांकि, पुलिस का कहना है कि कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ था और मौत की वजह का पता लगाया जा रहा है. बीजेपी ने 8 दिसंबर को नॉर्थ बंगाल में 12 घंटे का बंद बुलाया है.

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मार्च में कौन-कौन शामिल हुआ?

भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) ने इस मार्च का ऐलान किया था. BJYM ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की सरकार ने नॉर्थ बंगाल के लोगों से किए वादों को पूरा नहीं किया है और वेलफेयर स्कीम्स का फायदा आम लोगों तक नहीं पहुंच रहा है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, रैली में दिलीप घोष, कैलाश विजयवर्गीय, युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या और कई सांसद मौजूद थे.

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कौन था मृत कार्यकर्ता

दिलीप घोष ने मीडिया को बताया कि गजलडोबा के पार्टी कार्यकर्ता उलेन रॉय को पुलिस ने लाठियों से मारा था और फिर अस्पताल में उसकी मौत हो गई. घोष ने कहा, "रॉय को सिर पर चोट लगी थी और एक स्थानीय अस्पताल में उसकी मौत हो गई. मैंने हमारे सांसद जयंत रॉय को अस्पताल भेजा. हमारे कई कार्यकर्ता घायल हैं. ये पुलिस की बर्बरता का उदाहरण है."

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पुलिस ने क्या कहा?

पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस पूरी घटना को लेकर ट्वीट किए हैं. पुलिस ने कहा कि एक राजनीतिक दल के समर्थकों ने सिलीगुड़ी में 'गंभीर हिंसा' की. पुलिस ने अपने ट्वीट में कहा, "समर्थकों ने आगजनी की, ईंटे फेंके, गोलियां चलाई और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया."

पुलिस ने दावा किया कि लाठीचार्ज नहीं हुआ था और गोली भी नहीं चलाई गई. पुलिस ने बताया, "हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सिर्फ वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल हुआ था. हालांकि, एक व्यक्ति की मौत की खबर है. शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. उसके बाद ही मौत की वजह पता लगेगी."

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